कैंपस : राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में यूजी की 125 तो पीजी की 75 सीटों में नामांकन को मिली अनुमति
राजधानी पटना के कदमकुआं स्थित राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में नामांकन पर लगी रोक हटा ली गयी है
संवाददाता, पटना
राजधानी पटना के कदमकुआं स्थित राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में नामांकन पर लगी रोक हटा ली गयी है. अब यहां वर्ष 2024-25 के लिए बीएएमएस व पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई शुरू करने की अनुमति मिल गयी है. आयुष मंत्रालय के भारतीय चिकित्सीय पद्धति राष्ट्रीय आयोग, नयी दिल्ली ने कॉलेज को अनुमति दी है. इसके तहत अब बीएएमएस में 125 और पोस्ट ग्रेजुएट में 75 सीटों पर नामांकन की अनुमति मिली है. अनुमति मिलने पर कॉलेज के प्रिंसिपल समेत अन्य शिक्षक व छात्रों में खुशी है. हालांकि पीजी की दो सीटें पिछले साल की तुलना में इस बार कम हुई हैं. वर्ष 2023-24 में 77 सीटों पर पीजी में दाखिले की अनुमति मिली थी.भारतीय चिकित्सीय पद्धति राष्ट्रीय आयोग ने जारी किया पत्र
आयुर्वेदिक कॉलेज को बुधवार को आयुष मंत्रालय के भारतीय चिकित्सीय पद्धति राष्ट्रीय आयोग, नयी दिल्ली से पत्र प्राप्त हो गया है. यह जानकारी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ संपूर्णानंद तिवारी ने दी है. जानकारों के अनुसार आयोग ने आयुर्वेदिक कॉलेज में व्याप्त खामियों को आधार बनाकर मौजूदा सत्र 2024-25 में एडमिशन लेने से इन्कार किया था. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत के निर्देश के बाद नामांकन बचाने को लेकर प्रिंसिपल डॉ संपूर्णानंद तिवारी व उनकी टीम दिल्ली गयी. सभी खामियों को दुरुस्त कर सुविधा बढ़ाने की बात कही गयी.नामांकन पर एनसीआइएसएम ने लगायी थी रोक
बता दें कि राजकीय आयुर्वेदिक काॅलेज अस्पताल पटना में सत्र 2024-25 सत्र में नामांकन पर नेशनल कमीशन फाॅर इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन (एनसीआइएसएम) ने रोक लगा दी थी. यहां यूजी में 125 और पीजी में 77 सीटें हैं. नामांकन की अनुमति देने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर अंडरटेकिंग पर प्राचार्य डॉ एसएन तिवारी और अस्पताल अन्य अधिकारी भी नामांकन की अनुमति की जानकारी लेने दिल्ली गये थे. दरअसल, एनसीआइएसएम ने निरीक्षण के दौरान फैकल्टी की कमी बतायी थी. 2019 में यूजी की सीटें 100 से बढ़ाकर 125 कर दी गयीं. उसके बाद से ही फैकल्टी की कमी की जानकारी सामने आ रही थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है