कैंपस : नीट यूजी रद्द कराने को लेकर लगातार सुप्रीम कोर्ट में दायर की जा रही याचिका

नीट यूजी रिजल्ट पर लगातार हंगामा बढ़ता जा रहा है. केंद्र सरकार द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सफाई देने के बाद मामले ने और तूल पकड़ लिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 10, 2024 7:35 PM

-एसआइटी जांच की मांग और काउंसेलिंग रोकने की मांग की है

संवाददाता, पटना

नीट यूजी रिजल्ट पर लगातार हंगामा बढ़ता जा रहा है. केंद्र सरकार द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सफाई देने के बाद मामले ने और तूल पकड़ लिया है. अब नीट यूजी 2024 कैंसिल करने और नीट 2024 री एग्जाम कराने की मांग के साथ-साथ नीट में ग्रेस मार्क्स के नियम को भी चुनौती दे दी गयी है. पूरे देश से स्टूडेंट्स, कोचिंग डायरेक्टर्स, स्टूडेंट लीडर्स और छात्र संगठन सभी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा रहे हैं. सड़कों पर प्रदर्शन हो रहे हैं और विपक्ष संसद में नीट का मुद्दा उठाने की बात कर रहा है. याचिका में एसआइटी जांच की मांग और काउंसेलिंग रोकने की मांग की है. याचिका में कहा गया है कि नीट यूजी दोबारा कराया जाये. सुप्रीम कोर्ट में नीट पर याचिका परीक्षा खत्म होने के बाद से ही दायर हो रही है. तब नीट पेपर लीक के मद्देनजर नीट यूजी की पुन: परीक्षा और रिजल्ट पर रोक की मांग की गयी थी, लेकिन कोर्ट ने रिजल्ट पर स्टे से मना कर दिया और री-एग्जाम को लेकर जुलाई में सुनवाई करने की बात कही थी. फिर 14 जून को जारी होने वाला नीट रिजल्ट चार जून को लोकसभा चुनाव के नतीजों के साथ ही अचानक जारी कर दिया गया. पता चला कि 67 स्टूडेंट्स को 720 में 720 मार्क्स मिले हैं. सब टॉपर बन गये हैं. सवाल उठे, तो एनटीए ने कहा कि 1563 बच्चों को नीट में ग्रेस मार्क्स का फायदा दिया गया है. परीक्षा में उनका समय गंवाने के कारण. एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगी- एक ही सेंटर से छह टॉपर, नीट में गड़बड़ी के आरोप लगाये गये. एनटीए ने कहा कि ग्रेस मार्क्स छत्तीसगढ़ के दो केंद्र बालोद व दंतेवाड़ा, हरियाणा का बहादुरगढ़, चंडीगढ़, मेघालय और गुजरात के सूरत में एक-एक केंद्र पर शामिल होने वाले स्टूडेंट्स को दिये गये हैं.

नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ भी कई मामले पहुंचे सुप्रीम कोर्ट

इसके बाद से ही सुप्रीम कोर्ट में नीट पर पीआइएल की संख्या बढ़ने लगी. स्टूडेंट्स से लेकर स्टूडेंट यूनियन तक सड़कों पर प्रदर्शन करने लगे. डॉक्टर एसोसिएशन ने सीबीआइ जांच की मांग की. कांग्रेस नेता राहुल गांधी संसद में नीट का मुद्दा उठाने की बात कह रहे हैं. अब शीर्ष अदालत में नीट ग्रेस मार्क्स रूल को भी चैलेंज किया गया है. कहा गया है कि ये एनटीए के नॉर्मलाइजेशन फॉर्मूला के खिलाफ है. साथ ही भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 और 21 का उल्लंघन करता है. इसी के साथ मामले की गंभीरता देखते हुए सुप्रीम कोर्ट से जल्द-से-जल्द सुनवाई की मांग की गयी है. हो सकता है कि कोर्ट जून में ही नीट पर सुनवाई करे और फैसला सुनाये.

नीट यूजी में धांधली के मुद्दे को संसद में उठायेंगे: राहुल गांधी

प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक्स पर एक नीट छात्रा का वीडियो डाल कर लिखा है कि नीट जैसी परीक्षाओं में लाखों बच्चे मेहनत से तैयारी करते हैं और अपनी जिंदगी के सबसे कीमती पल इस तैयारी में लगाते हैं. राहुल गांधी ने छात्रों को आश्वासन दिया कि वह संसद में नीट यूजी परीक्षा में धांधली से जुड़े मुद्दों को जोरदार तरीके से आवाज उठायेंगे.

शिक्षा विभाग के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद स्टूडेंट्स ज्यादा उग्र हुए

आठ जून को उच्च शिक्षा विभाग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके नीट मामले में सफाई दी थी, जिसमें कहा गया कि सिर्फ छह सेंटरों पर गड़बड़ी हुई है. यूपीएससी के पूर्व चेयरमैन की अध्यक्षता में चार सदस्यों की हाई लेवल जांच कमेटी बना दी गयी है. अगर सिफारिश मिलेगी तो इन 1563 बच्चों के लिए दोबारा परीक्षा हो सकती है. बाकी सभी सेंटरों पर पूरे पारदर्शी तरीके से नीट का एग्जाम पूरा हुआ है. इसके बाद से स्टूडेंट्स और भी आक्रोशित हैं.

एनटीए ने कहा एग्जाम की निष्पक्षता से कोई समझौता नहीं

एनटीए ने अनियमितता के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि एग्जाम की निष्पक्षता और विश्वसनीयता के साथ कोई समझौता नहीं किया गया. न ही ग्रेस मार्क्स दिये जाने से परीक्षा के योग्यता मानदंड पर कोई असर पड़ा है. परीक्षा दोबारा होगी या नहीं, इसे लेकर एनटीए के डीजी सुबोध सिंह ने कहा कि कमेटी मामले की जांच कर रही है. इसके बाद ही कोई फैसला लिया जायेगा.

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