Petrol-Diesel Price: बिहार में लगातार तीसरी बार बढे पेट्रोल- डीजल के दाम, जानिये अब कितना करना होगा खर्च

petrol-diesel rate today: देश भर में चुनाव के बाद से लगातार पेट्रोल - डीजल के दाम बढ़ रहे है, बिहार भी इससे नही बचा है. पिछले चार दिनों में यह तीसरी बार बढ़ोतरी हुई है. इसका सीधा असर आम लोगों की जेब पर पड़ सकता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 25, 2022 12:22 PM
an image

Petrol Rate Today: देश के पांच राज्‍यों में विधानसभा चुनाव होने के बाद से पेट्रोल एवं डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. कीमतों में बढ़ोतरी के कारण पहले से ही महंगाई से परेशान आम जनता की परेशानी और भी बढ़ गई है. शुक्रवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में प्रति लीटर तकरीबन 1 रुपये की बढ़ोतरी की गयी है.

पेट्रोल- डीजल का नया रेट

पेट्रोल की कीमत में 82 पैसे और डीजल की कीमत में प्रति लीटर 80 पैसे तक की वृद्धि हुई है. पेट्रोल ओर डीजल की नई दरें 25 मार्च 2022 को सुबह 6 बजे से प्रभावी हो चुकी है . पिछले 4 दिनों में डीजल-पेट्रोल की कीमत में यह तीसरी बार बढ़ोतरी हुई है. वाहन चालकों के साथ ही आमलोगों की जेब पर भी इसका असर पड़ेगा.

शुक्रवार को पेट्रोल-डीजल की कीमत

पटना में शुक्रवार को पेट्रोल की कीमत 107.55 रुपये से बढ़कर 108.37 रुपये प्रति लीटर हो गई है एवं डीजल की कीमत 92.69 रुपये से बढ़कर 93.49 रुपये लीटर हो गयी है. पेट्रोल और डीजल के दाम इससे पहले 22 और 23 मार्च को भी बढ़ाए गए थे.

Also Read: बिहार की महिला डॉक्टर के साथ तमिलनाडु में सामूहिक दुष्कर्म, विधानसभा में उठा मामला, बोले सीएम स्‍टालिन…
चुनावी मुद्दा बनने के बाद अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू

गौरतलब है कि पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्‍तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव के दौरान ये मुद्दा भी बना था और ये कहे जाते रहे कि चुनाव के बाद इसके दाम बढेंगे. मंगलवार को पेट्रोल 80 तो डीजल के दाम 81 पैसे तक बढ़े तथा बुधवार को भी पेट्रोल और डीजल में 75 और 73 पैसे की बढ़ोतरी की गई थी.

आम लोंगो की जेब पर पड़ेगा असर

पेट्रोल – डीजल की कीमत में बढ़ोतरी का सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ता है. जहां निजी वाहन चालकों को ईंधन के लिए अब ज़ायदा कीमत चुकानी पड़ेगी. वहीँ, भाड़ी वाहन (ट्रक) चालकों को भी डीजल के लिए ज़्यादा पैसे चुकाने पड़ेंगे. ट्रकों का इस्तेमाल व्यापक तौर आपूर्ति के लिए किया जाता है. जिससे ट्रक संचालित करने में ज़्यादा पैसे खर्च होंगे जिसका सीधा असर वस्तओं की कीमत पर पड़ेगा. इस वजह से आमलोंगो की ज़ेब पर इसका सीधा असर पड़ेगा.

Published By: Anand Shekhar

Exit mobile version