बिहार के इस विभाग में होगी लैब टेक्नीशियन की बहाली, संविदा पर भरे जाएंगे 400 पद

विभागीय समीक्षा में पाया गया कि नल जल योजना के तहत 15 मानकों पर पानी की जांच होनी है, लेकिन लैब में कर्मियों की कमी की वजह से सभी मानकों पर पानी की जांच नहीं हो पा रही है. अधिकारियों के मुताबिक सभी जिला लैब से कर्मियों के अलावा अन्य कमियों का भी ब्योरा मांगा गया है

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2022 12:07 AM

बिहार में पीएचइडी (PHED) अपने सभी जिला लैब को हाइ टेक करने की तैयारी कर रहा है, जहां सभी मानकों पर पानी की जांच हो सकेगी. इसके लिए सबसे पहले लैब टेक्नीशियन की खाली पड़ी 400 सीटों पर बहाली की जायेगी. इन सभी पदों को संविदा के आधार पर भरा जायेगा. इसी महीने के अंत तक इसके लिए विज्ञापन भी निकाल दिया जाएगा. निजी एजेंसी के माध्यम से इन सभी पदों को भरा जाएगा.

मांगा गया है कमियों का ब्योरा

विभागीय समीक्षा में पाया गया था कि नल जल योजना के तहत 15 मानकों पर पानी की जांच होनी है, लेकिन लैब में कर्मियों की कमी की वजह से सभी मानकों पर पानी की जांच नहीं हो पा रही है. अधिकारियों के मुताबिक सभी जिला लैब से कर्मियों के अलावा अन्य कमियों का भी ब्योरा मांगा गया है, ताकि इस माह के अंत तक लैब की कमियों को पूर्ण रूप से दूर किया जा सके.

यह हैं कमियां

जिला लैब में कई तरह की कमियां हैं. कहीं सहायक लैब टेक्नीशियन तो कहीं लैब टेक्नीशियन नहीं है. कहीं प्रयोगशाला सहायक की कमी है. ऐसे में लैब में पानी की जांच मुश्किल हो गयी है. एक लैब में कम-से-कम एक लैब टेक्नीशियन, दो सहायक लैब टेक्नीशियन, दो प्रयोगशाला सहायक, एक सैंपल टेकर और एक कंप्यूटर ऑपरेटर होना अनिवार्य है. लेकिन, लैब में इनकी कमी है. इस कारण से सैंपल की जांच करने में भी समय लगता है.

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आमलोग भी करा पायेंगे पानी की जांच

जिला लैब के हाइटेक होने के बाद आम लोगों को भी पानी जांच कराने में सहूलियत होगी. पानी की जांच के लिए लोगों को इधर-उधर नहीं जाना होगा और मुफ्त में पानी की जांच जिला स्तर पर ही करा लेंगे. यहां जांच के लिए लाये गये सैंपल की जांच होने के बाद संबंधित व्यक्ति के मोबाइल पर रिपोर्ट की जानकारी भी दी जायेगी.

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