हादसे के बाद घंटों जाम रहा फुलवारीशरीफ, देर रात तक 10 किमी लंबी दिखी गाड़ियों की कतार
फुलवारीशरीफ में डंफर के चपेट में आने से एक मोटर साइकिल सवार अधेड़ व्यक्ति की मौत घटना स्थल पर ही हो गई. घटना को देख ग्रामीणों का आक्रोश भड़का उठा. बड़ी संख्या में सड़क पर आ गये और एक करोड़ रुपये मुआवजा एवं मरने वाले के परिवार को सरकारी नौकरी देने की मांग करते हुए एनएच 98(139) और सोन नहर रोड को पूरी तरह जाम कर दिया.
फुलवारी शरीफ,अजीत. फुलवारी शरीफ थाना के कुर्जी महमदपुर के रेलवे ओवर ब्रिज निमार्ण कार्य के लिए मिट्टी लेकर जा रही एक डंफर के चपेट में आने से एक मोटर साइकिल सवार अधेड़ व्यक्ति की मौत घटना स्थल पर ही हो गई. मृतक की पहचान घटना स्थल के पास वाले गांव कुर्जी निवासी श्रीकांत सिंह उम्र 48 वर्ष पिता भगवान सिंह के रूप में हुई है. घटना को देख ग्रामीणों का आक्रोश भड़का उठा. बड़ी संख्या में सड़क पर आ गये और एक करोड़ रुपये मुआवजा एवं मरने वाले के परिवार को सरकारी नौकरी देने की मांग करते हुए एनएच 98(139) और सोन नहर रोड को पूरी तरह जाम कर दिया.
देर शाम निकाला गया शव
लोगों ने सड़क पर आगजनी करते हुए अपनी मांग पर अड़े रहे और सड़क पर हो हंगामा करते रहे. लोगों द्वारा सड़क जाम करने के कारण दस किलो मीटर लम्बा जाम लग गया. ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए मौके पर फुलवारी शरीफ जानीपुर खगौल थाने की पुलिस पहुंच गई. सभी ग्रामीणों को शांत करने में जुटे रहे. मिट्टी लोडेड हाईवे के चक्के के नीचे दबे मोटरसाइकिल सवार अधेड़ व्यक्ति का शव निकालने में पुलिस को पसीने छूट गये. करीब 8 घंटे बाद वहां रेलवे का बड़ा क्रेन मंगवाया गया. तब जाकर पुलिस और प्रशासन के लोग शव निकालने के काम में जुटे. शाम करीब 6 बजे के बाद लोग सड़क से हटने लगे, तब पुलिस ने शव को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा.
सुबह से रात तक लगा रहा जाम
बताया जा रहा है कि मुआवजे की पहल के लिए कोई भी स्थानीय मजिस्ट्रेट 6 से 8 घंटे तक सड़क जाम रहने के बावजूद स्थल पर नहीं पहुंचे. घटना के बारे में बताया जाता है कि कुर्जी मोहम्मदपुर निवासी श्रीकांत शर्मा अपनी मोटर साइकिल से जा रहे थे, तभी रेल पूल निमार्ण के लिए मिट्टी लेकर जा रहे डंफर चालक अचानक वाहन पीछे करने लगा तब हाइवा के पीछे पीछे चल रहे बाइक सवार श्रीकांत सिंह को संभलने का मौका नहीं मिला और वे उसकी चपेट में आ गये. उनकी मौत मौके पर ही हो गई. हादसे के बाद हाईवे का चालक वाहन छोड़ फरार हो गया. काफी देर बाद उधर से गुजर रहे ग्रामीणों ने घटना को देखा तो शोर मचाया. देखते-देखते पूरा गांव वहां उमड़ पड़ा. आसपास के गांव के लोग भी वहां पहुंच गए और हो हंगामा करने लगे. घटना के बाद अक्रोशित लोग एन एच 98 की तरफ बढ़े और नकटी भवानी मंदिर के पास सड़क पर आगजनी कर जाम लगा दिया. इतना ही नहीं बगल के सोन नहर रोड को भी लोगों ने जाम कर दिया जिससे नौबतपुर की तरफ से से पटना आने जाने वाले मार्ग पूरी तरह जाम हो गया.
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दो लाख रुपया मिला मुआवजा
सूचना मिलते हैं जानीपुर फुलवारी शरीफ और खगौल थाना के पुलिस टीम पहुंच गई, लेकिन लोग मृतक के परिवार वाले को रेलवे में सरकारी नौकरी के साथ एक करोड़ मुआवजा देने की मांग पर अड़ गए. पुलिस प्रशासन के लोग समझाते बुझाते रहे लेकिन कोई मानने को तैयार नहीं हुआ. पुलिस इनके मांग के आगे बेबस हो कर चुपचाप मूकदर्शक बनी हुई थी. करीब आठ घंटे तक लोग जाम लगाये रहे. एनएच 98 जाम रहने के कारण दस किलो मीटर लम्बा जाम लग गया. जाम में बड़ी छोटी वाहन फंसी रही. शाम करीब 6 बजे के बाद जब लोग सड़क से हटे तब पुलिस ने शव को उठा कर अस्पताल भेजा. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि संबंधित पदाधिकारी को मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया के लिए बुलाया गया, लेकिन काफी देर हुई. फुलवारी शरीफ थाना प्रभारी शफीर आलम ने बताया कि रेलवे की तरफ से दो लाख रूपए मुआवजा दिया गया है और आगे नियमानुसार सरकारी सहायता दिलाया जाएगा.