अजय कुमार मिश्रा, दरभंगा. कम दृश्यता के कारण दिल्ली से दरभंगा आने वाली फ्लाइट (एसजी-751) को वाराणसी एयरपोर्ट पर आपात लैंडिंग करना पड़ा. शेड्यूल टाइम से दो घंटे से अधिक समय तक यात्रियों को आसमान में रहना पड़ा. इस दौरान विमान में बैठे यात्रियों की जान सांसत में फंसी रही. विमान में 150 से अधिक यात्री थे. यहां पहुंचने पर आसमान में विमान ने चार चक्कर लगाये. कम दृश्यता के कारण विमान को यहां उतरने की इजाजत नहीं दी गयी.
जानकारी के अनुसार, पटना में लैंडिंग की अनुमति नहीं मिलने पर, विमान को वाराणसी एयरपोर्ट पर दोपहर एक बजे उतारा गया. इसके बाद यात्रियों की जान में जान आयी. वाराणसी एयरपोर्ट करीब एक घंटे तक यात्रियों को विमान में ही रोके रखा गया. फिर यात्रियों से कहा गया कि जिन्हें यहां उतरना है, वह उतर जायें जिन्हें वापस दिल्ली जाना है वे बैठे रहें.
अधिकांश यात्री वाराणसी में उतर गये. एयरपोर्ट से निकलते-निकलते दोपहर के तीन बज गये. वहां से प्राइवेट वाहन कर लोग अपने-अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गये. यात्रियों के अनुसार दिल्ली से सुबह करीब 9.30 बजे विमान रवाना हुआ. जहाज को सुबह 11.05 बजे दरभंगा उतरना था.
दरभंगा के एक यात्री ने बताया कि 18 हजार रुपये में चार पहिया किराया पर लेकर दरभंगा के लिए निकले हैं. बताया कि रात करीब दो बजे तक गाड़ी दरभंगा पहुंचेगी. बताया कि दरभंगा के आकाश में जहाज के मंडराने के दौरान लगातार बताया जा रहा था कि अब लैंडिंग होगी. करीब घंटे भर विमान आसमान में मंडराता रहा. फिर बताया गया कि वाराणसी में लैंड किया जायेगा. बताया कि उनका टिकट 15 फरवरी का था. स्पाइस जेट ने एक दिन पहले 14 को ही यह बताते हुए यात्रा करने को कहा कि 15 फरवरी की उड़ान रद्द है. बताया कि जहाज में उत्तर बिहार के कई जिले के लोग थे. अधिकांश ने प्राइवेट गाड़ी की. कुछ लोग ट्रेन से सफर कर रहे हैं.
सरस्वती पूजा के दिन दरभंगा एयरपोर्ट से विमानों की आवाजाही ठप रही. सामान्य दिनों में दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद रूट पर विमान संचालित होते हैं. प्रतिकूल मौसम के कारण विमान सेवा ठप हो जाने से यात्रियों को काफी परेशानी हुई. हवाई अड्डा के बाहर से ही अधिकांश यात्री वापस हो गये.
प्रतिकूल मौसम के कारण दिल्ली से दरभंगा आने वाले विमान को वाराणसी डायवर्ट कर दिया गया. 14 फरवरी को दरभंगा से एक भी फ्लाइट की आवाजाही नहीं हो सकी.
संतोष कुमार, एयरपोर्ट मैनेजर