PM Awas Yojana : शहरी क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना का हाल बेहाल है. योजना के तहत बनाए जा रहे मकान किस्त के अभाव में अधूरे पड़े हैं. इससे आवास के बिना शहरी क्षेत्र में रहने वाले गरीब-गुरबा को अपने घर का सपना पूरा नहीं होता दिख रहा है. बारिश व चिलचिलाती धूप के बीच गरीब झुग्गी-झोपड़ी व सड़क किनारे समय गुजारने को मजबूर हैं.
यह हाल तब है, जब शहरी क्षेत्र के 3873 का चयन प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए हो चुका है. लेकिन, राशि के अभाव में चयनित लाभुकों का मकान का निर्माण पूरा नहीं हो पा रहा है. नगर निगम में उपलब्ध आंकड़ों पर गौर करें, तो साढ़े चार साल में सिर्फ 392 लाभुका का ही घर बन पाया है. जबकि, तीन अलग-अलग वित्तीय वर्ष में कुल 3873 लोगों का चयन इस योजना के लिए किया गया था. 2156 ऐसे गरीब हैं जिनका आशियाना अधूरा व लंबे समय से निर्माण कार्य रुका रहने के कारण खंडहर में तब्दील होने लगा है. क्योंकि, इन लोगों को एक से दो किस्त की राशि मिल चुकी है, जिससे निर्माण कार्य शुरू कर बाकी किस्त के इंतजार में अधूरा छोड़े हुए हैं.
छह माह में एक रुपये का भी नहीं मिला फंड- पीएम आवास के लिए केंद्र व राज्य सरकार से फरवरी 2021 के बाद एक रुपये का भी फंड नहीं मिला है. जबकि, नगर निगम की तरफ से लगभग 30 करोड़ रुपये की डिमांड पत्र तैयार कर सरकार को भेजी गयी है. अब तक खर्च हुए लगभग 38 करोड़ रुपये का उपयोगिता प्रमाण पत्र भी सरकार को भेजी गयी है. फिर भी राशि का आवंटन नहीं हो रहा है. इससे मार्च के बाद अब तक एक भी चयनित लाभुकों के बैंक खाता में राशि ट्रांसफर नहीं हो सका है. बता दें कि प्रथम किस्त में 50 हजार, दूसरी किस्त में एक लाख, तीसरी में 20 हजार व चौथी किस्त में 30 हजार रुपये देने का है प्रावधान सरकार ने बना रखी है.
राशि मिलते ही लाभुकों के अकाउंट में किया जायेगा ट्रांसफर
उम्मीद है कि शीघ्र सरकार से राशि मिलेगी. नगर निगम स्तर पर जिन लाभुकों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय व फाइनल किस्त की राशि ट्रांसफर करना है. इसकी कागजी प्रक्रिया पूरी कर रखी गयी है. जैसे ही सरकार से राशि आवंटित होगी. अविलंब लाभुकों के अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जायेगी.
विवेक रंजन मैत्रेय, नगर आयुक्त
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