प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार में ‘ऐतिहासिक’ कोसी रेल महासेतु के साथ यात्री सुविधाओं से संबंधित रेल की 12 परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. इस तरह करीब 84 साल के बाद कोसी और मिथिला के लोगों का सपना साकार होने जा रहा है. कोसी नदी पर बने रेल महासेतु पर ट्रेन का ट्रायल सफल होने के बाद अब जल्द ही ट्रेन दौड़नी शुरू हो जाएगी.कोसी महासेतु को तैयार करने में करीब 516 करोड़ रूपए खर्च किए गए. वहीं इसे तैयार करने में प्रवासी मजदूरों की भी बड़ी भूमिका रही. जिनके मेहनत से यह सेतु तैयार किया गया. पीएम मोदी कोसी महासेतु के साथ ही सरायगढ़ से आसनपुर कुपहा रेलखंड का उद्घाटन 18 सितंबर को करने जा रहे हैं.
कोसी नदी के रेल पुल पर परिचालन शुरू होने से कई इलाकों के लोगों को लाभ मिलेगा. इसका उद्घाटन बिहार के इतिहास में एक ऐतिहासिक क्षण होगा.यह इस क्षेत्र को पूर्वोत्तर भारत के राज्यों से जोड़ेगा. साल 2021 की शुरूआत तक फारबिसगंज तक ट्रेन चलने की उम्मीद है. यहां तक ट्रेन चलने पर जोगबनी, कटिहार, गुवाहाटी से भी कोसी और मिथिला का सीधा संपर्क हो सकेगा.
पीएम मोदी पिछले कुछ दिनों में बिहार में कई परियोजनाओं का सौगात दे चुके हैं. बिहार में चुनाव को लेकर माहौल बन चुका है. कोरोनाकाल में चुनाव अपने समय पर ही होने वाला है. जल्द ही चुनाव आयोग मतदान की तिथि भी घोषित कर सकती है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अभी तक मोदी ने जिन परियोजनाओं का उद्घाटन या शिलान्यास किया है उनकी लागत लगभग 16,000 करोड़ रुपये होगी.
Also Read: COVID-19 Bihar : बिहार में कोरोना का रिकवरी रेट अब 91.17 प्रतिशत, मिले 1592 नए मामले…
इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी 12 रेल परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे. जिसमें किउल नदी पर एक रेल सेतु, दो नई रेल लाइन, पांच विद्युतीकरण से संबंधित योजना, एक इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव शेड के अलावा बाढ़ और बख्तियारपुर में तीसरी लाइन की परियोजना भी शामिल है. पीएमओ के मुताबिक ‘कोसी रेल महासेतु का उद्घाटन क्षेत्र के लोगों के 86 साल के इंतजार को खत्म करेगा. सालों से लोग रेल महासेतु की मांग कर रहे थे. इससे हजारों लोगों को फायदा मिलेगा. इन योजनाओं के अलावा भी पीएम मोदी बिहार को कई सौगात देने जा रहे हैं.’
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya