– जनजातीय समुदाय से जुड़ी 6640 करोड़ रुपये से अधिक लागत की विकास परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन-शिलान्यास – पीएम-जनमन के तहत निर्मित 11,000 घरों के गृह प्रवेश में सांकेतिक रूप से लेंगे भाग खैरा (जमुई) से सुमित कुमार तीन दिन के अंदर शुक्रवार को दूसरी बार बिहार दौरे पर जमुई आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार से देशभर के जनजातीय समुदाय को 6640 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का तोहफा देंगे. भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष के उपलक्ष्य पर खैरा (जमुई) के बल्लोपुर मैदान पर आयोजित होने वाली इस जनसभा में प्रधानमंत्री पीएम-जनमन के तहत निर्मित 11,000 घरों के गृह प्रवेश में भाग लेने के साथ ही दो जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय व दो जनजातीय अनुसंधान संस्थान का उद्घाटन करेंगे. प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा जनजातीय समुदायों की जीवन की गुणवत्ता में सुधार पर केंद्रित कई परियोजनाओं का भी शुभारंभ भी किया जायेगा. केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम ने गुरुवार को जमुई में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि जनजातीय गौरव दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को बिहार के जमुई का दौरा करेंगे. यह भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष के उत्सव की शुरुआत का प्रतीक होगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जनजातीय बहुल गांवों के समग्र विकास को लेकर धरती आबा जनजातीय उत्कर्ष ग्राम अभियान की शुरुआत की है. इस अभियान के माध्यम से 17 मंत्रालयों के द्वारा आदिवासी समाज को बिजली, मकान, सड़क जैसी नागरिक सुविधाएं व सेवाएं प्रदान की जायेंगी. इसके अलावा, शिक्षा, कौशल विकास और कृषि के क्षेत्र में अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करने की शुरुआत की जायेगी. उन्होंने बताया कि समारोह के माध्यम से पीएम मोदी प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम-जनमन) के तहत बनाये गये 11,000 घरों के गृह प्रवेश में भाग लेंगे. इसी योजना के तहत दूरस्थ जनजातीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा की पहुंच को बढ़ाने के लिए 23 मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (डीएजेजीयूए) के तहत 30 अतिरिक्त एमएमयू का शुभारंभ किया जायेगा. समारोह में प्रधानमंत्री 10 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों और 300 वन धन विकास केंद्रों (वीडीवीके) का उद्घाटन करेंगे. इसके साथ ही उनके द्वारा भारत के जनजातीय समुदायों के समृद्ध इतिहास को प्रलेखित और संरक्षित करने वाले दो जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालयों और दो जनजातीय अनुसंधान संस्थानों का उद्घाटन किया जायेगा. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि पीएम-जनमन के तहत 500 किमी से अधिक नई सड़कों और 100 बहुउद्देशीय केंद्रों (एमपीसी) के शिलान्यास से जनजातीय क्षेत्रों में कनेक्टिविटी में सुधार होगा और ये सामुदायिक हब के रूप में कार्य करेंगे. प्रधानमंत्री जनजातीय समुदाय के लिए 1.41 लाख घरों के साथ ही 370 छात्रावासों की आधारशिला भी रखेंगे. समारोह में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, जीतन राम मांझी, चिराग पासवान सहित कई कैबिनेट मंत्रियों, सांसदों और विधायकों की उपस्थिति होगी. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम को दो-तरफा वीडियो कनेक्टिविटी के साथ 100 प्रमुख जिलों में लाइव प्रसारित किया जायेगा.
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