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4355 करोड़ का पीएमसी बैंक घोटाला: नेपाल बॉर्डर से 200 मीटर पहले धराया मुख्य आरोपित बैंक डायरेक्टर

महाराष्ट्र के पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक में करोड़ों के घोटाले का आरोपित बैंक के निदेशक दलजीत सिंह बल को रक्सौल सीमा से गिरफ्तार किया गया. नेपाल भागने के क्रम में किस तरह पकड़ाया आरोपित, जानें...

By Prabhat Khabar News Desk | February 3, 2022 7:44 PM

महाराष्ट्र के पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक (पीएमसी बैंक) में 4355 करोड़ के घोटाला मामले में मुख्य आरोपित बैंक के निदेशक दलजीत सिंह बल को रक्सौल सीमा से गिरफ्तार कर लिया गया है . दलजीत सिंह बल अपनी पत्नी और बच्चों के साथ नेपाल प्रवेश कर रहा था, वीरगंज होते हुए काठमांडू पहुंचने की फिराक में था. वहां से उसे कनाडा जाना था.

रैंडम चेकिंग के दौरान दलजीत पकड़ाया, कनाडा जाने की थी तैयारी

दलजीत सिंह की गिरफ्तारी के बाद उसके परिवार के लोग भी रक्सौल में ही रुके हैं. इमिग्रेशन के एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार की देर शाम करीब आठ बजे इमिग्रेशन की टीम द्वारा रैंडम चेकिंग के दौरान दलजीत सिंह बल की पहचान की गयी. इसी दौरान हुई पूछताछ में पता चला कि वह परिवार के साथ कनाडा जा रहा है. इसके बाद दलजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया.

रक्सौल थाने को सौंपा गया

अधिकारी ने बताया कि इस मामले में मुंबई पुलिस से बातचीत के बाद दलजीत सिंह बल को रक्सौल थाने को सौंप दिया है. एसपी डॉ आशीष कुमार ने बताया कि गुरुवार की शाम मुंबई पुलिस की टीम पहुंचेगी. इसके बाद दलजीत को कोर्ट में पेश किया जायेगा.

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नेपाल में एंट्री से 200 मीटर पहले पकड़ाया

वर्ष 2019 में सामने आये पीएमसी बैंक घोटाले की जांच महाराष्ट्र पुलिस कर रही है. दलजीत इस मामले में फरार चल रहा था.पूछताछ में दलजीत ने बताया कि महाराष्ट्र से रक्सौल बॉर्डर तक आसानी से पहुंच गया था. नेपाल में एंट्री से 200 मीटर पहले इमिग्रेशन विभाग के अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया.

क्या है पूरा मामला

2019 में लोन की धोखाधड़ी और घोटाला सामने आया था. इसके बाद रिजर्व बैंक ने पीएमसी बैंक के बोर्ड को भंग कर दिया था और बैंक से पैसे निकालने पर रोक लगा दी थी. बैंक ने रियल एस्टेट कंपनी एचडीआइएल को 6500 करोड़ का कर्ज दिया था और इसकी सही जानकारी रिजर्व बैंक को नहीं दी थी.

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