संवाददात, पटना
: डायबिटीज की वजह से आंखों को होने वाले नुकसान का पीएमसीएच में और सटीक इलाज होगा. इसके लिए यहां डायबिटिक रेटिनोपैथी सेंटर खोलने की योजना बनायी गयी है. स्वास्थ्य विभाग व बीएमआइसीएल की मदद से यह सेंटर पीएमीसएच में बन रहे विश्वस्तरीय अस्पताल के नये भवन में खोला जायेगा. सूत्रों की मानें, तो सेंटर संचालन के लिए करीब डेढ़ से दो करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. वहीं डॉक्टरों के मुताबिक डायबिटीज आम लोगों में तेजी से बढ़ रही है. इससे आंखों की रोशनी तक जा सकती है. चिकित्सा विज्ञान में इसे डायबिटिक रेटिनोपैथी कहते हैं. पीएमसीएच में बड़ी संख्या में आते हैं डायबिटिक मरीज : पीएमसीएच के नेत्र रोग और मेडिसिन विभाग में बड़ी संख्या में डायबिटीज के मरीज आंखों से जुड़ी समस्या लेकर आ रहे हैं. सबसे ज्यादा समस्या नजर कमजोर होने की आ रही है. यही वजह है कि मरीजों को बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच में डायबिटिक रेटिनोपैथी सेंटर खोलने की योजना बनायी गयी है. बताया जा रहा है कि सेंटर में कई सुविधाएं मरीजों को मिलेंगी. डायबिटीज पीड़ितों को आंखों की परेशानी होने पर पुख्ता इलाज मिलेगा. डायबिटिक रेटिनोपैथी से पीड़ितों को जरूरत पर भर्ती कर इलाज दिया जायेगा. नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ सुनील कुमार सिंह ने बताया कि डायबिटिक रेटिनोपैथी मधुमेह की एक जटिलता है, जो उच्च रक्त शर्करा के स्तर के कारण आंख के पिछले हिस्से यानी रेटिना को नुकसान पहुंचाती है. यदि उपचार न किया जाये, तो यह अंधेपन का कारण बन सकता है.
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