बिहार पुलिस मुख्यालय ने इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (इआरएसएस) डायल 112 को लेकर पहले चरण में बहाल होने वाले पुलिस व गैर पुलिस संवर्ग के 7808 पदों को लेकर विस्तृत कार्य योजना तैयार की है. इनमें सबसे अधिक 5856 पदों पर सिपाही व चालक सिपाही की बहाली होगी. इसके अलावा 159 पदों पर इंस्पेक्टर, 887 पदों पर एसआइ और 594 पदों पर एएसआइ तैनात किये जायेंगे. इस चरण में कुल 7808 पदों पर बहाली से राज्य सरकार पर सालाना 421.30 करोड़ रुपये का राजस्व बोझ बढ़ेगा.
पुलिस मुख्यालय के मुताबिक पहले चरण में तीन चक्र में सभी 7808 कर्मियों को तैनात किया जायेगा. पहले चक्र में कमांड एवं कंट्रोल सेंटर के लिए 391 कर्मियों की आवश्यकता है. इन पर सालाना 21.45 करोड़ रुपये का व्यय होगा. इसके दूसरे चक्र यानि सभी 40 पुलिस जिलों में डायल 112 के 400 वाहनों के संचालन के लिए 7311 कर्मियों की जरूरत बतायी गयी है.
डायल 112 के इन 400 वाहनों के प्रबंधन पर सालाना 392.56 करोड़ रुपये व्यय होगा. तीसरे चक्र में पुलिस मुख्यालय में डेडिकेटेड आर्गेनाइजेशन स्ट्रक्चर के लिए 106 पद का सृजन किया गया है. इन पर सालाना 7.29 करोड़ रुपये का व्यय प्रस्तावित है. पुलिस मुख्यालय के मुताबिक इआरएसएस के दूसरे चरण में 19288 पुलिस कर्मियों की आवश्यकता का आकलन किया गया है.
कुल पदों में 138 पुलिस निरीक्षक, 828 पुलिस अवर निरीक्षक, 552 सहायक अवर निरीक्षक, 315 चालक हवलदार, 1065 चालक सिपाही, 990 हवलदार और 3423 सिपाही हैं. इन 400 वाहनों के प्रबंधन पर सालाना 392.56 करोड़ रुपये व्यय होगा. इसके तीसरे चक्र में पुलिस मुख्यालय में डेडिकेटेड आर्गेनाइजेशन स्ट्रक्चर के लिए 106 पद का सृजन किया गया है. इनमें दो एसपी, एक एएसपी, छह डीएसपी, 14 पुलिस निरीक्षक, 18 पुलिस अवर निरीक्षक, 14 सहायक अवर निरीक्षक, 09 चालक सिपाही, 34 सिपाही, एक प्रशाखा पदाधिकारी, तीन सहायक, तीन निम्न वर्गीय लिपिक और एक परिचारी शामिल हैं. इन पर सालाना 7.29 करोड़ रुपये का व्यय प्रस्तावित है. पुलिस मुख्यालय के मुताबिक इआरएसएस के दूसरे चरण में 19288 पुलिस कर्मियों की आवश्यकता का आकलन किया गया है.