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गेस्ट लेक्चरर पर बरसीं लाठियां, समान काम, समान वेतन की कर रहे थे मांग, छह को पुलिस ने लिया हिरासत में

पटना : राज्य भर से विभिन्न विश्वविद्यालयों के गेस्ट लेक्चरर इको पार्क के पास समान काम समान वेतन व नियमितीकरण की मांग को लेकर प्रदर्शन व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का घेराव करने जा रहे थे. उसी समय पुलिस द्वारा बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया गया. उन्हें वहां से हटने की चेतावनी दी गयी थी, लेकिन अभ्यर्थी नहीं मानें और डटे रहे. इसी के बाद प्रशासन द्वारा उनके ऊपर उक्त कार्रवाई की गयी और इन अभ्यर्थियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया. पुलिस की कार्रवाई में कई अभ्यर्थी गंभीर रूप से घायल हैं, तो छह को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 3, 2020 8:23 PM

पटना : राज्य भर से विभिन्न विश्वविद्यालयों के गेस्ट लेक्चरर इको पार्क के पास समान काम समान वेतन व नियमितीकरण की मांग को लेकर प्रदर्शन व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का घेराव करने जा रहे थे. उसी समय पुलिस द्वारा बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया गया. उन्हें वहां से हटने की चेतावनी दी गयी थी, लेकिन अभ्यर्थी नहीं मानें और डटे रहे. इसी के बाद प्रशासन द्वारा उनके ऊपर उक्त कार्रवाई की गयी और इन अभ्यर्थियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया. पुलिस की कार्रवाई में कई अभ्यर्थी गंभीर रूप से घायल हैं, तो छह को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.

बिहार राज्य विश्वविद्यालय गेस्ट सहायक प्राध्यापक संघ और अतिथि व्याख्याता संघ के बैनर तले राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के अतिथि सहायक प्राध्यापकों द्वारा नियमितीकरण मांग को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इको पार्क के पास धरना का आयोजन किया गया था. लगभग पांच सौ के अधिक शिक्षक वहां धरना देने व प्रदर्शन के लिए पहुंच हुए थे. बड़ी संख्या में भीड़ होने की वजह से पुलिस को यह कार्रवाई करनी पड़ी है. छात्र अपनी मांगों को लेकर नारे लगा रहे थे. पुलिस के अनुसार ये अभ्यर्थी प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रदर्शन कर रहे थे और लगातार चेतावनी दी जा रही थी. लेकिन, ये नहीं माने. मौके पर दंगा नियंत्रण वाहन को भी बुलाया गया था.

उधर, अतिथि व्याख्याता संघ का कहना है कि वे समायोजित करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास कार्यालय अतिथि व्याख्याता स्वयं हस्ताक्षरित मांग पत्र लेकर शांतिपूर्वक जा रहे थे, तभी सचिवालय गेट के पास पुलिस ने बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज कर दिया. इसमें दर्जनों अतिथि व्याख्याता घायल हुए. इनमें डॉ धर्मेंद्र सिंह, डॉ गौतम कुमार, डॉ राजीव जोशी, डॉ कौशलेंद्र कुमार, डॉ राजेश कुमार चौधरी, डॉ बच्चा रजक है. डॉ गुंजन कुमार, डॉ मुकेश निराला, डॉ आमोद प्रबोधि, डॉ प्रेमरंजन, डॉ इम्तियाज की गिरफ्तारी हुई.

उसके बाद सैकड़ों अतिथि व्याख्याता ने भारतीय जनता पार्टी कार्यालय का घेराव किया. संघ के प्रवक्ता डॉ सुमंत राव ने कहा कि उस समय उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी वहां उपस्थित थे. अभ्यर्थियों ने कहा कि अतिथि व्यख्याता की बहाली यूजीसी के मापदंडों के अनुसार हुई है. जिस मापदंडों के अनुसार बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा सहायक अध्यापकों की बहाली हुई है, उसी मापदंड के अनुरूप करीब दो हजार अतिथि व्याख्याता की बहाली हुई है. इसीलिए इन्हें नियमित किया जाना चाहिए.

आंदोलन में बीएन मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा से डॉ सुमंत राव, डॉ राजीव जोशी, डॉ ब्रजेश सिंह, डॉ बाबुल रहमान, डॉ अनुजा कुमारी, डॉ रफत परवेज, साधना कुमारी, पूर्णिया विश्वविद्यालय से डॉ अनिल सिंह, डॉ अजय राम, संत जी, पटना विश्वविद्यालय से डॉ विद्यानंद विधाता, डॉ राजकमल, कुंदन कुमार, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा से डॉ बच्चा कुमार रजक, डॉ कौशलेंद्र कुमार डॉ राजेश कुमार चौधरी, डॉ राजा साहू, डॉ रमण ठाकुर, डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर से डॉ चंदन कुशवाहा, दीपक कुमार, डॉ गीतांजलि, डॉ प्रियंका कुमारी, डॉ प्रीति कुमारी, डॉ रिजवाना खातून, कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय से डॉ अनु मुख्य रूप से मौजूद थे.

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