पटना. नॉन बैंकिंग कंपनी इंडस वेयर इंड्रस्टीज लिमिटेड बनाकर देश के दस राज्यों के लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड पटना के अरुणेश सीता के घर पटना में सोमवार को वाराणसी क्राइम ब्रांच की टीम ने छापेमारी की है. यही नहीं आलमगंज थाना क्षेत्र और सीवान जिला में भी पुलिस पहुंची है. मिली जानकारी के अनुसार आलमगंज थाना में अरुणेश सीता के खिलाफ ठगी के दो मामले दर्ज हैं, जिसमें लाखों रुपये की ठगी की है.
सीवान के कई इलाको में भी पुलिस ने उसके गिरोह की तलाश में दबिश दी है. सादे लिबास में पहुंची पुलिस को देख स्थानीय लोगों ने पूछा कि आप किसको खोज रहे हैं. पुलिस ने जैसे ही अरुणेश सीता के घर मां जगदंबा निकेतन के बारे में पूछा तो लोगों ने कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया. पुलिस को कई और शातिरों के नाम, नंबर और पता मिला है. इनमें कई लोग अभी यूपी में ही रह रहे हैं और कई लोग बंगाल भाग गये.
दरअसल पुलिस ने जब मकान के गेट को खटखटाया तो फर्स्ट फ्लोर के रेलिंग पर एक लड़का आया और पूछा कि आप किसे खोज रहे हैं. पुलिस ने जैसे ही उससे पूछा कि क्या यह अरुणेश सीता घर है, तो उसने कहा कि नहीं यह उनके पिता का घर है. पुलिस ने फिर कहा कि वह यहां रहते हैं या नहीं. इसके बाद वह वापस घर में चला गया. पुलिस ने दुबारा गेट खटखटाया, जिसके बाद हिमांशु नाम के लड़के ने मेन गेट खोला. पुलिस ने पूछा कि अरुणेश सीता कौन लगते हैं. हिमांशु ने पुलिस को बताया कि वह मेरे चाचा लगते हैं और आठ-दस सालों से वह यहां नहीं रहते हैं. उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार टीम ने एसकेपुरी और बोरिंग रोड के कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स पहुंची. वहां से पुलिस को कई अहम सबूत मिले हैं. बताया जा रहा है कि उसके और भी साथी हैं जो फिलहाल पटना में ही है. कंपनी के नाम पर कई लोगों से अब भी ठगी करते हैं. दो साल पहले भी यूपी पुलिस ने छापेमारी की थी. यही नहीं आलमगंज और सीवान से भी पुलिस आ चुकी है.
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वाराणसी क्राइम ब्रांच की टीम को जांच में पता चला कि पटना के कई लोगों से पैसा डबल करने का झांस देकर ठगी कर चुका है. इस दौरान कई लोगों ने इसकी शिकायत थाने में भी दर्ज करायी है. सूत्रों ने बताया कि पटना में ठगी के शिकार हुए लोगों का पैसा का दबाव बढ़ने लगा तो वह बिहार छोड़कर फरार हो गया.