लंबी छुट्टी से लौटनेवाले पुलिस कर्मियों की होगी स्क्रीनिंग, ADG मुख्यालय ने जारी की एडवाइजरी
कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे बिहार की पुलिस दोहरी चुनौती से जूझ रही है. कानून व्यवस्था, अनुसंधान और लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराने की जिम्मेदारी के साथ-साथ महामारी से अपने बचाव की चुनौती से भी जूझना पड़ रहा है. पुलिस को अपनी ड्यूटी के साथ-साथ खुद को भी महामारी के संक्रमण से बचाये रखने के लिए एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने सभी जिलों के आरक्षी अधीक्षकों को एडवाइजरी जारी की है.
पटना : कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे बिहार की पुलिस दोहरी चुनौती से जूझ रही है. कानून व्यवस्था, अनुसंधान और लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराने की जिम्मेदारी के साथ-साथ महामारी से अपने बचाव की चुनौती से भी जूझना पड़ रहा है. पुलिस को अपनी ड्यूटी के साथ-साथ खुद को भी महामारी के संक्रमण से बचाये रखने के लिए एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने सभी जिलों के आरक्षी अधीक्षकों को एडवाइजरी जारी की है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एडीजी ने लंबी छुट्टी से लौटनेवाले पुलिस कर्मियों की स्क्रीनिंग के बाद ही योगदान लेने के निर्देश दिये हैं. महामारी एक्ट लागू होने के बाद पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गयी हैं. विशेष स्थिति में आला अधिकारी की अनुमति से ही छुट्टी मंजूर की जा रही है. छुट्टी से लौटे पुलिस कर्मी की स्क्रीनिंग का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वह कारोना संक्रमित नहीं है. उम्रदराज और पहले से किसी रोग से ग्रसित पुलिसकर्मियों की निगरानी की जा रही है. पुलिस लाइन के अधिकारियों को आकस्मिक उपचार, इंतजाम और स्थानीय मेडिकल ऑफिसर के संपर्क में रहने के निर्देश हैं.
राज्य की पुलिस लाइन में 40 हजार से अधिक महिला-पुरुष जवान हैं. सभी को एक-दूसरे से दूरी बना कर रहने को कहा गया है. सेनिटाइजेशन किया जा रहा है. ग्लब्स आदि दिये जा रहे हैं. पुलिस कर्मियों को कहा गया है कि वह माइक के जरिये लोगों को जागरूक करें. कहीं भीड़ हो, तो उसे हटाने के लिए माइक का पहले प्रयोग करें.
जितेंद्र कुमार, एडीजी मुख्यालय, बिहार पुलिस