पटना : पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने विधायिक समता देवी को क्वॉरेंटिन किये जाने को लेकर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा है कि ऐसा करके लालू प्रसाद ने मुसहर समाज के लोगों का अपमान किया है.
मालूम हो कि आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करने के लिए बुधवार को गया जिले के बाराचट्टी विधानसभा क्षेत्र से आरजेडी विधायक समता देवी बिहार से रांची पहुंची थीं. लेकिन, मुलाकात से पहले ही जिला प्रशासन ने उन्हें एक गेस्ट हाउस में 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटिन कर दिया.
हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान ने कहा कि समता देवी मुसहर, भुइयां दलित समाज से आती हैं. इसलिए लालू प्रसाद के इशारे पर उनको क्वॉरेंटिन कर दिया गया है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी घटना को लेकर काफी दुखी हैं.
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा भी इस तरह के भेदभाव के व्यवहार की निंदा करती है. झारखंड का प्रशासन बताये कि काफिला लेकर जानेवाले तेज प्रताप यादव, अखिलेश सिंह को क्वॉरेंटिन क्यों नहीं किया गया.
हालांकि, बिहार के बाराचट्टी क्षेत्र से राजद विधायक समता देवी ने बदले की भावना के कारण अपने खिलाफ कार्रवाई का आरोप लगाते हुए राज्य सरकार से पृथकवास मुक्त कर वापस गया भेजे जाने की अनुमति देने की अपील की है.
हटिया स्थित सरकारी अतिथिशाला में रखी गयीं समता देवी ने भी आरोप लगाया है कि ”रांची के स्थानीय प्रशासन ने राजद का होने के कारण उनके खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई की है. मैं दलित हूं और महिला हूं. अधिकारियों के समक्ष मैं गिड़गिड़ायी, लेकिन उन्होंने रहम नहीं किया.”
वहीं, बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री सह जेडीयू नेता नीरज कुमार ने राजद पर हमला बोलते हुए कहा है कि लालू परिवार की अद्भुत लीला है. झारखंड में सत्ता में इनकी हिस्सेदारी हैं. सत्ता का रसूख देखिए कि इनके परिजन रांची जाते हैं, कानून का उल्लंघन करते हैं, तो राजनीति के नवसामंत को क्वॉरेंटिन नहीं किया गया. लेकिन, इनके दल की दलित महिला विधायिका समता देवी को क्वॉरेंटिन किया गया. उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए कहा कि ”तेजस्वी यादव जुबान खोलिए, बताइए कि कौन सही कौन गलत है.”
अद्भुत लीला है @laluprasadrjd परिवार की
झारखंड में सत्ता में हिस्सेदारी का इनका रसूख देखिए
राजनीति के नवसामंत इनके परिजन राँची जाते हैं
कानून का उल्लंघन करते हैं तो क्वारंटाइन नहींपर दलित महिला विधायिका को क्वारंटाइन किया गया@yadavtejashwi जुबान खोलिए
ये दोहरा मापदंड क्यों?— Neeraj kumar (@neerajkumarmlc) September 3, 2020