शिक्षण संस्थानों की शिकायतों के लिए इ-समाधान पोर्टल शुरू, समस्याओं का 20 दिनों में होगा समाधान

स्टूडेंट्स की परेशानियों को हल करने के लिए यूजीसी ने समाधान निकाला है. अब स्टूडेंट्स सभी शैक्षणिक संस्थानों की शिकायत इ-समाधान पोर्टल पर कर सकते हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | January 24, 2025 9:50 PM

संवाददाता, पटना

स्टूडेंट्स की परेशानियों को हल करने के लिए यूजीसी ने समाधान निकाला है. अब स्टूडेंट्स सभी शैक्षणिक संस्थानों की शिकायत इ-समाधान पोर्टल पर कर सकते हैं. इस पोर्टल पर शिकायत करने के बाद उन्हें किसी तरह की समस्या के लिए भटकना या लंबा इंतजार नहीं करना होगा बल्कि उन्हें 20 दिनों के भीतर ही समाधान मिलेगा. इनमें फीस, कोर्स, प्रॉस्पैक्टस, एडमिशन पॉलिसी व स्कॉलरशिप आदि से जुड़ी समस्याओं की शिकायत इसमें कर सकते हैं. खास बात है कि इस दायरे में सरकारी और निजी विश्वविद्यालय व कॉलेज दोनों को ही शामिल किया गया है. यूजीसी ने यह पहल ऐसे समय शुरू की है, जब उच्च शिक्षण संस्थान जल्द ही नये शैक्षणिक सत्र की शुरूआत होने वाली है.

छात्रों की फीस वापस कराने को लेकर शुरू किया गया पोर्टल

यूजीसी अध्यक्ष प्रो एम जगदीश कुमार ने कहा कि यूजीसी ने इसे लेकर एक इ-समाधान पोर्टल भी शुरू किया है. इस पर कोई भी छात्र ऑनलाइन अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है. शिकायत मिलते ही उसे तुरंत ही संबंधित विश्वविद्यालय और कॉलेज को नोटिस भेजा जायेगा, जिसमें उन्हें तय समय में छात्र को संतोषजनक जवाब देना होगा. यूजीसी ऐसी सभी शिकायतों पर खुद भी नजर रखेगा. यदि कोई विश्वविद्यालय जवाब देने में देरी करेगा, तो उसकी मान्यता और वित्तीय मदद को खत्म करने जैसी कार्रवाई की जायेगी. यूजीसी ने इसकी शुरुआत वैसे तो छात्रों की फीस वापस कराने से की है. जिसे लेकर विश्वविद्यालय खासकर निजी विश्वविद्यालय व कॉलेज अब तक आनाकानी करते थे. प्रो कुमार ने कहा कि पिछले तीन सालों में यूजीसी के प्रयासों से करीब 25 करोड़ रुपये तक की फीस छात्रों को वापस दिलायी गयी है. टीचिंग और नॉन टीचिंग से जुड़ी शिकायतों को 15 दिन और विश्वविद्यालय व कॉलेज से जुड़ी शिकायतों को 20 दिन में समाधान किया जायेगा. इसके साथ ही रैगिंग, जाति व लिंग के आधार पर संस्थानों में होने वाले भेदभाव के मामलों पर चौबीसों घंटे छात्रों को मदद मुहैया कराने के लिए यूजीसी ने टोल फ्री नंबर-1800-180-5522 जारी किया है, जहां किसी भी समय फोन करके रैगिंग के मामलों में मदद ली जा सकती है.

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