बिहार के 15 जिलों में पीटी शिक्षकों के पद होंगे मंजूर, शिक्षा विभाग कर रहा नियोजन शुरू करने की तैयारी
अरवल,औरंगाबाद, बांका, भोजपुर, जमुई, कटिहार, किशनगंज, मुंगेर, नालंदा, पटना, पूर्णिया, रोहतास, सहरसा, वैशाली और पश्चिम चंपारण में अभी एक भी शारीरिक शिक्षकों का पदस्थ मंजूर नहीं थे.
पटना. प्रदेश के मध्य स्कूलों में शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों की नियुक्ति की तैयारियां जारी हैं. शिक्षा विभाग की तरफ से यह पहले चरण की नियुक्तियां होंगी. शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों की पदस्थापना के मुताबिक प्रदेश के विभिन्न जिलों में शारीरिक शिक्षकों के केवल 2800 पद स्वीकृत थे. हाल ही में राज्य सरकार ने 8386 पद सृजित किये हैं. इनकी जिला वार संख्या अब निर्धारित की जा रही है. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक अरवल, औरंगाबाद, बांका, भोजपुर, जमुई, कटिहार, किशनगंज, मुंगेर, नालंदा, पटना, पूर्णिया, रोहतास, सहरसा, वैशाली और पश्चिम चंपारण में अभी एक भी शारीरिक शिक्षकों का पदस्थ मंजूर नहीं थे.
यहां पहली पर शारीरिक शिक्षकों के लिए पद मंजूर किये जायेंगे. पिछले शैक्षणिक सत्र तक मुजफ्फरपुर में सर्वाधिक 505, गया में 475,भागलपुर में 249, मधुबनी में 236 , सारण में 206, समस्तीपुर में 184, बेगूसराय में 150, सुपौल में 134, दरभंगा और खगड़िया में 112-112 , बक्सर में 44, अररिया में 32, पूर्वी चंपारण में 15, गोपालगंज 34, जहानाबाद में 19, कैमूर में 28, लखीसराय में 35, मधेपुरा में 87 ,नवादा में 12, शेखपुरा में 28, शिवहर में 23, सीतामढ़ी में 46 और सीवान में 34 शारीरिक शिक्षकों के पद मंजूर किये गये थे.
जहां सौ से अधिक विद्यार्थी हैं वहां होगी नियुक्ति
शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों की के पदों पर नियुक्ति का प्रथम चरण शुरू होना है. बच्चों को मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा अधिनियम के आलोक में ऐसे मध्य विद्यालय जहां सौ से अधिक विद्यार्थी नामांकित हैं, शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों की नियुक्ति की जायेगी. शिक्षा विभाग के मुताबिक ऐसे मध्य विद्यालय जो हाल ही में उच्च माध्यमिक में उत्क्रमित हुए हैं.
मध्य विद्यालय के लिए अंशकालिक पद पर नियुक्त होने वाले शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक के दायित्व के तहत विद्यार्थी आच्छादित किये जायेंगे. 8386 राजकीय कृत प्रारंभिक विद्यालयों में एक-एक शारीरिक शिक्षक नियुक्ति किये जाने हैं. फिलहाल प्रथम चरण में होने जा रहे नियोजन के लिए प्रदेश में अभी केवल 3523 अभ्यर्थी ही पात्र हैं. दरअसल दिसंबर, 2019 में आयोजित विशेष पात्रता परीक्षा में 3523 अभ्यर्थी ही उत्तीर्ण हुए थे.