बिहार : कोरोना से पस्त मुर्गीपालन कारोबार, एक हजार करोड़ का हुआ नुकसान
बिहार में बीते चार माह से अधिक समय में राज्य में मुर्गीपालन के कारोबार में लगभग एक हजार करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है़
पटना. बीते चार माह से अधिक समय में राज्य में मुर्गीपालन के कारोबार में लगभग एक हजार करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है़ फिलहाल अंडा उद्योग के लिए पालन किये जाने वाले मुर्गियों का व्यापार 1500 करोड़ से घट कर साढ़े चार से पांच सौ करोड़ पर आ चुका है. वर्तमान सर्वे के अनुसार राज्य में प्रतिदिन 60 लाख के करीब अंडा का उत्पादन हो रहा है, जबकि 70 से 75 लाख करीब अंडा उत्पादन के लिए मुर्गीपालन हो रहा है़ नाबार्ड के तहत काम करने वाले अंडा प्रचुरता अभियान उत्प्रेरक एवं नव प्रवर्तक संजीव श्रीवास्तव बताते हैं कि होटल व रेस्टोरेंट बंद होने के कारण अंडे की मांग घट गयी है़ सर्वे के अनुसार लॉकडाउन के पहले राज्य में लगभग 16 सौ से अधिक मुर्गीपालक थे, लेकिन अब इनकी संख्या घट कर चार से पांच सौ के करीब हो गयी है.