संवाददाता, पटना पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी के डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो अरविंद कुमार नाग 30 नवंबर को सेवानिवृत्त हो जायेंगे. 1982 में रसायनशास्त्र में स्नातकोत्तर एवं यूजीसी फेलोशिप के तहत मार्च 1987 में पीएचडी के बाद कैरियर की शुरुआत की. शैक्षणिक कैरियर की शुरुआत नवंबर 1987 से विनोबा भावे विश्वविद्यालय के जुबली कॉलेज भुरकुण्डा में रसायनशास्त्र विषय के व्याख्याता के रूप में प्रारंभ करते हुए नवंबर 1996 से मगध विश्वविद्यालय सेवा के अन्तर्गत गया कॉलेज व कॉलेज ऑफ कॉमर्स आर्ट्स एंड साइंस में जनवरी 2021 तक शोध व अध्यापन में लगे रहे. फरवरी 2021 से सेवानिवृत्त होने तक पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में डीन छात्र कल्याण (डीएसडब्ल्यू) व स्नातकोत्तर रसायन विभाग में विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत रहे. अपने अध्यापन काल में प्रो एके नाग के 40 से ज्यादा शोध पत्र राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं. इनके सफल मार्गदर्शन में छह शोधार्थियों ने रसायनशास्त्र विषय में पीएचडी की डिग्री प्राप्त की है. वर्ष 2015 में यूजीसी के द्वारा वित्तीय सहायता के अन्तर्गत अमेरिका के फिलाडेल्फिया विश्वविद्यालय में आयोजित इंटरनेशनल कांफ्रेंस में ठोस कचरा प्रबंधन एवं तकनीक पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया. वर्ष 2018 में चीन के मेडिकल विश्वविद्यालय गुइयांग में पेयजल में फ्लोराइड की उपस्थिति से जनित फ्लोरोसिस रोग की रोकथाम पर शोधपत्र प्रस्तुत किया था. 12 से 14 नवंबर के बीच एआइआइएम नयी दिल्ली के द्वारा फ्लोरोसिस पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में आमंत्रण पर कीनोट स्पीकर के रूप में अपने शोध पत्र की सफल प्रस्तुति दी है.
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