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‘आइडियाथॉन’ में प्रवीण फर्स्ट व साकेत रहे सेकेंड

शहर के श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र में बुधवार को इकाई स्तरीय प्रतियोगिता ‘आइडियाथॉन’ का आयोजन किया गया. इसमें 9वीं से 12वीं कक्षा तक के सात प्रतिभागियों ने भाग लिया और विज्ञान संग्रहालय व विज्ञान केंद्र के लिए पसंद और प्राथमिकता की विज्ञान दीर्घा पर अपना विचार साझा किया. यहां से सबसे बेहतर विषय पर आइडिया शेयर करने पर तीन बच्चों को पुरस्कृत किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | April 25, 2024 12:45 AM

पटना. शहर के श्रीकृष्ण विज्ञान केंद्र में बुधवार को इकाई स्तरीय प्रतियोगिता ‘आइडियाथॉन’ का आयोजन किया गया. इसमें 9वीं से 12वीं कक्षा तक के सात प्रतिभागियों ने भाग लिया और विज्ञान संग्रहालय व विज्ञान केंद्र के लिए पसंद और प्राथमिकता की विज्ञान दीर्घा पर अपना विचार साझा किया. यहां से सबसे बेहतर विषय पर आइडिया शेयर करने पर तीन बच्चों को पुरस्कृत किया गया. ये बच्चे जोनल लेवल प्रतियोगिता में भाग लेंगे. यहां से चयनित होने पर 18 व 19 मई को कोलकाता के साइंस सिटी में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय एक्सपो के दूसरे संस्करण में शामिल होने का मौका मिलेगा. निर्णायक मंडली में केंद्र के पीडी के चौधरी, सिलिगुड़ी के रीता ब्रत विश्वाश व कोलकाता के राकेश मजूमदार रहे.

टॉप-थ्री बच्चों ने साझा किये अपने विचार

विज्ञान में वेदों की अहमियत को बताया

प्रतियोगिता में पहला स्थान हासिल करने वाले प्रबीर कृष्ण डीपीएस के 9वीं कक्षा के छात्र हैं. उन्होंने ‘साइंस इन वेद’ प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया पुराने समय के ज्ञान को हम खोते जा रहे हैं. जबकि, अगस्त्य मुनि ने वेदों में बिजली के बारे में जिक्र किया था. परंतु बिजली को लाने में हमने लंबा समय लगा दिया. इसलिए यह विषय जरूरी है. प्रबीर ने बताया कि उन्हें रिसर्च करने में करीब 2-3 हफ्ते का समय लगा.

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के फायदे को किया उजागर: गोला रोड सेंट करेन हाई स्कूल के 12वीं के छात्र साकेत गौरव ने एआई एक्सप्लोरेशन सेंटर पर प्रस्तुति देकर दूसरा स्थान हासिल किया. उन्होनें उसने बताया कि एआई (आर्टिफिशियल इंटलेजेंश) के बारे में लोगों को कम जानकारी है. जबकि, इसके कई फायदे हैं. आने वाले भविष्य में इसका जबरदस्त वर्चस्व रहेगा. इसका प्रयोग से शिक्षा, मेडिकल, ट्रांस्पोर्ट व अन्य में भी कई तरह की सुविधा आसानी से मिलेगी. बच्चों को भी पढ़ाई में काफी मदद मिल रही है.

क्लाइमेट चेंज पर काबू पाने के लिए जय आदित्य ने दिये टिप्स : तीसरा स्थान हासिल करने वाले बीडी पब्लिक स्कूल के छात्र जय आदित्य ने बताया कि आज से करीब दस साल पहले गंगा नदी बांस घाट के राजेंद्र स्मृति पार्क के बगल से बहती थी. वर्तमान में 1.5 से दो किमी आगे बह रही है. ये सभी कारण क्लाइमेट चेंज के कारण देखने को मिल रहा है. इसपर काबू पाने के लिए उन्होंने टिप्स देेते हुए बताया कि एल्गी उगाकर इंडस्ट्री से निकलने वाले सीओ-2 व पीएम 2.5 से टैकल कर सकते हैं.

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