गर्भवती महिला का पुलिस एवं सामाजिक लोगों की मदद से हुआ इलाज, दिया पुत्र रत्न को जन्म, महिला ने पुलिस को बोला थैंक यू
लॉकडाउन में पति के दिल्ली से नहीं आने की वजह से पटना में फंसी गर्भवती महिला गहरी चिंता में डूबी जा रही थी. उसके पेट में आठ महीने का गर्भ था. वह इस चिंता में थी कि उसका इलाज और डिलिवरी कैसे हो पायेगा
पटना : लॉकडाउन में पति के दिल्ली से नहीं आने की वजह से पटना में फंसी गर्भवती महिला गहरी चिंता में डूबी जा रही थी. उसके पेट में आठ महीने का गर्भ था. वह इस चिंता में थी कि उसका इलाज और डिलिवरी कैसे हो पायेगा. लेकिन, राजीव नगर थानेदार निशांत सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता विशाल सिंह एवं अन्य लोगों के सहयोग से महिला की लगातार जांच और इलाज कराया गया. महिला ने शनिवार को पुत्र रत्न को जन्म दिया. महिला सकुशल है और बच्चा भी स्वस्थ है.
इस सफलता के बाद महिला ने पुलिस, सामाजिक कार्यकर्ता एवं प्रभात खबर को थैंक्यू कहा है. दरअसल, अखबार के माध्यम से जब उस गर्भवती महिला को यह जानकरी हुई कि राजीव नगर पुलिस लॉकडाउन में जरूरतमंद लोगों को राशन मुहैया करा रही है, तो महिला ने हिम्मत दिखाते हुए अपनी व्यथा राजीव नगर के थानाध्यक्ष निशांत सिंह को सुनायी. तब थानाध्यक्ष महिला के घर जा कर देखे तो घर मे रात तक का भोजन नही था. महिला गर्भवती थी और अकेली थी.
फिर राशन देने के साथ सामाजिक कार्यकर्ता विशाल सिंह को इसकी सूचना दी. विशाल सिंह ने अपने सहयोगी के साथ मिलकर एक महीने तक राशन और अपने मित्र के सहयोग से महिला के लाइज के लिए समुचित व्यवस्था करायी. भोजपुर की रहने वाली महिला गर्भवती महिला भोजपुर की मूल निवासी है, लेकिन पटना में रहती है. बेरोजगार-महेनतकस पति रोजगार की तालाश में राजधानी दिल्ली मार्च में ही गया था.
इस उम्मीद में ताकि मेहनत मजदूरी कर डिलेवरी के लिए पैसा इकट्ठा कर सके. इसी बीच लॉकडाउन हो गया. अब महिला को जहां पौष्टिक आहार की जरूरत थी, वहां दो वक्त का भोजन मुश्किल सा हो रहा था, ऐसे में पुलिस ने सहयोग करके महिला का इलाज कराया.