बिहार के विश्वविद्यालयों में 40 फीसदी पाठ्यक्रम ऑनलाइन पढ़ाने की तैयारी चल रही है. शेष पाठ्यक्रम क्लास रूम स्टडी के रूप में पढ़ाया जायेगा. ऑनलाइन पढ़ाई की यह तैयारी कोरोना की आगामी कई लहरों की आशंका को देखते हुए की जा रही है. यूजीसी ने भी इस संबंध में अपनी एक गाइडलाइन भेजी है.
फिलहाल प्रदेश के विश्वविद्यालयों को इस दिशा में तैयारी करने के लिए कह दिया गया है. साथ ही शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन पढ़ाई के लिए कंटेंट चयन के लिए सुझाव देने को लेकर आइटी एवं आइसीटी कार्यान्वयन समिति का गठन भी किया है.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद के तत्वावधान में हुई हालिया मीटिंग में इस पर प्रारंभिक मंथन हो चुकी है. इस संबंध में उच्च शिक्षण संस्थाओं की कक्षाओं में पढ़ाये जाने वाले प्रमुख पाठ्यक्रमों का डिजिटलीकरण पर कार्य किया जाना है. पाठ्यक्रम के डिजिटलीकरण के लिए शिक्षा विभाग संसाधन भी जुटाने की कवायद में लग गया है.
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फिलहाल इस संबंध में विश्वविद्यालय स्तर पर इ-व्याख्यान और इ-सामग्री तैयार करने की दिशा में गठित समिति विश्वविद्यालयों को जल्द ही सुझाव देगी. फिलहाल इस संबंध में राजभवन और शिक्षा विभाग के बीच एक उच्चस्तरीय बैठक होनी अभी बाकी है.
40 फीसदी ऑनलाइन पढ़ाई के लिए प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों का डिजिटल मानकों पर डेटा बेस तैयार करना सबसे बड़ी चुनौती माना जा रहा है. यह देखते हुए कि प्रदेश की उच्च शिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थियों के पास उच्च क्षमता के मोबाइल और दूसरे डिजिटल उपकरण की कमी भी महसूस की जा रही है. इस प्रसंग में डिजिटल पुस्तकालय की स्थापना भी जरूरी हो जायेगी.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan