बिहार पुलिस को खादी की वर्दी पहनाने की तैयारी, बुनकरों ने तैयार किया स्पेशल कपड़ा, हरी झंडी का इंतजार
बिहार पुलिस की खाकी अब खादी में भी तैयार हो सकेगी. इसे लेकर अब नयी तैयारी चल रही है. भागलपुर के बुनकर इन दिनों इस तैयारी में जुटे हुए हैं. खादी के कपड़े से तैयार की जा रही वर्दी के नमूने को बुनकर जल्द ही बिहार के डीजीपी को सौंपेंगे. नमूने के तौर पर एक थान कपड़ा डीजीपी को सौंपा जाएगा. जिसके बाद अगर इसके उपयोग को हरी झंडी मिलती है तो अब बिहार पुलिस खादी की वर्दी में दिखेगी.
बिहार पुलिस की खाकी अब खादी में भी तैयार हो सकेगी. इसे लेकर अब नयी तैयारी चल रही है. भागलपुर के बुनकर इन दिनों इस तैयारी में जुटे हुए हैं. खादी के कपड़े से तैयार की जा रही वर्दी के नमूने को बुनकर जल्द ही बिहार के डीजीपी को सौंपेंगे. नमूने के तौर पर एक थान कपड़ा डीजीपी को सौंपा जाएगा. जिसके बाद अगर इसके उपयोग को हरी झंडी मिलती है तो अब बिहार पुलिस खादी की वर्दी में दिखेगी.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भागलपुर के बुनकर इन दिनों बिहार पुलिस को खादी की वर्दी पहनाने में जुटे हैं. अब इको फ्रेंडली कपड़े को तैयार कर बिहार पुलिस के कर्मियों को राहत दी जाएगी. अभी पुलिस टेरीकॉटन की वर्दी पहनती है. गर्मी के दिनों में यह काफी परेशानी भी देती है. इसमें पसीना सूखने में भी काफी दिक्कत होती है. जिसका असर स्कीन पर पड़ता है और खुजलाहट वगैरह की समस्या आती है.
खादी वर्दी गर्मी में राहत देती है. इसमें पसीना आसानी से सूख जाता है. इस वर्दी से महिला पुलिस कर्मियों को अधिक फायदा मिलेगा. उन्हें वर्दी के कारण स्कीन वगैरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा. बतर दें कि अभी कोलकाता, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र के पुलिसकर्मी खादी वर्दी का इस्तेमाल करते हैं. जिसके कारण ड्यूटी करने में भी राहत रहती है.
दूसरी तरफ बिहार पुलिसकर्मियों को अब फिर से छुट्टियां मिल सकती है. कोरोना संक्रमण के दूसरे लहर में कई पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हुए. वहीं संक्रमण के गहराते संकट को देख राज्य की विधि व्यवस्था को सुचारू ढ़ंग से चलाने के लिए मुख्यालय ने एक आदेश के तहत सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टी सशर्त रद्द कर दी थी. इस दौरान कुछ मामलों में छोड़ छुट्टी की अनुमति नहीं थी. यह आदेश आज भी लागू है. वहीं खबर है कि अब इसे समाप्त करने की तैयारी चल रही है.