एससीइआरटी की लापरवाही, प्राथमिक शिक्षकों को विषय शिक्षक बना कर भेजा जा रहा भुवनेश्वर

बिहार शिक्षा परियोजना द्वारा क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान भुवनेश्वर में पांच दिवसीय कार्यशाला (24 से 28 फरवरी तक) का आयोजन किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 12, 2025 8:53 PM
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– अधिकांश प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को बना दिया भाषा का एक्सपर्ट

अनुराग प्रधान, पटना

बिहार शिक्षा परियोजना द्वारा क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान भुवनेश्वर में पांच दिवसीय कार्यशाला (24 से 28 फरवरी तक) का आयोजन किया गया है. इसमें विषय आधारित शिक्षकों को केआरपी के रूप में क्षमता संवर्धन के लिए भेजा जा रहा है. लेकिन एससीइआरटी द्वारा विषय आधारित केआरपी शिक्षकों के चयन में घोर लापरवाही और अनियमितता बरती गयी है. इसमें विषय आधारित शिक्षकों की संख्या काफी कम है. इसमें शामिल अधिकांश शिक्षक प्राथमिक विद्यालय के हैं. नृत्य शिक्षिका को भाषा विषय के एक्सपर्ट के रूप में भेजा जा रहा है. इसी तरह राज्य के अलग-अलग प्राथमिक विद्यालयों के कई शिक्षकों को विज्ञान, तो कुछ को समाज-विज्ञान शिक्षक के रूप में भेजा जा रहा है. इस लापरवाही पर बिहार शिक्षक मंच ने कहा कि यह प्रशिक्षण प्रोग्राम न हो कर पिकनिक स्पॉट या टूर प्रोग्राम लग रहा है. विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान, हिंदी जैसे विषयों के शिक्षकों को छोड़ कर अपने चहेते प्राथमिक व संगीत शिक्षकों को भुवनेश्वर भेजा जा रहा है. लिस्ट पर विभाग संज्ञान ले और जल्द सुधार करवाया जाये. इस मामले पर राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद के निदेशक सज्जन आर को फोन किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल नहीं रिसीव किया.

प्रशिक्षण के नाम पर चहेतों को भेजने की प्रथा खत्म होनी चाहिए

बिहार स्टेट टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश प्रवक्ता अश्विनी पांडेय ने कहा कि शिक्षकों के चयन में लापरवाही बरती गयी है. इस कार्यशाला के लिए कई प्राइमरी शिक्षकों का चयन किया गया है. गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, अंग्रेजी और हिंदी के शिक्षकों को भाग लेना है, लेकिन उन्हें शामिल नहीं किया गया है. प्राइमरी स्कूलों में विषयवार शिक्षक नहीं होते हैं. संगीत के टीचर के चयन की भी चर्चा है. प्रशिक्षण के नाम पर अपने चहेते लोगों को भेजने की प्रथा खत्म होनी चाहिए. विषय आधारित योग्य शिक्षकों को ही प्रशिक्षण में भेजा जाना चाहिए. एससीइआरटी लगभग सभी प्रशिक्षण में कुछ लोगों को कॉमन रूप से भेजता है. हम शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव से मांग करते हैं कि दोषी कर्मियों को चिह्नित करके कार्रवाई सुनिश्चित करे, ताकि आगे से ऐसी गलती न दोहरायी जाये. सौरभ कुमार ने कहा कि एससीइआरटी के रवैये से शिक्षक संघ भी नाराज है. कार्यशाला के नाम पर एससीइआरटी मजाक कर रहा है.

इन प्राथमिक शिक्षकों को विषय विशेषज्ञ के तौर पर भेजा जा रहा

आस्था दीपाली नृत्य शिक्षिका हैं. इन्हें भाषा शिक्षक के रूप में भेजा जा रहा. भाषा विषय में कुमारी अंजना, गणित में अशोक कुमार, विनय कुमार, विज्ञान में संतोष कुमार, सामाजिक विज्ञान में विवेक कुमार, सुबोध कुमार द्विवेदी, विनय कुमार, कुमारी निधि, कुमारी प्रिय हलधर सभी प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक हैं. सभी विभिन्न जिलों के शिक्षक हैं. जबकि एससीइआरटी ने विभिन्न जिलों से गणित, विज्ञान, समाज-विज्ञान, अंग्रेजी व हिंदी में चिह्नित शिक्षकों की सूची मांगी थी, लेकिन इसमें अधिकांश जिलों ने प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को ही विषय एक्सपर्ट बना कर भेज दिया है.

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