समुदायों में विभाजन कराने पर उतारू प्रधानमंत्री को एक क्षण भी पद पर रहने का नैतिक आधार नहीं: लालू प्रसाद
राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा है कि जो प्रधानमंत्री लोकतांत्रिक मूल्यों, लोकलाज, मर्यादा व पद की गरिमा त्याग तथा संविधान को दरकिनार कर स्वयं जनता के बीच झूठ, भ्रम/ नफरत फैला कर, समाज से न्याय, सौहार्द्र, भाईचारे को समाप्त कर देश एवं समुदायों में विघटन व विभाजन पैदा करने पर उतारू हो, तो ऐसे व्यक्ति को एक क्षण भी पद पर रहने का नैतिक अधिकार नहीं है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कहा कि कुर्सी के लिए इस महान देश एवं बाबा साहेब के संविधान की बलि चढ़ाने की मंशा रखने वाले ऐसे लोगों को जनता इस चुनाव में कड़ा सबक सिखायेगी.
संवाददाता,पटना
राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा है कि जो प्रधानमंत्री लोकतांत्रिक मूल्यों, लोकलाज, मर्यादा व पद की गरिमा त्याग तथा संविधान को दरकिनार कर स्वयं जनता के बीच झूठ, भ्रम/ नफरत फैला कर, समाज से न्याय, सौहार्द्र, भाईचारे को समाप्त कर देश एवं समुदायों में विघटन व विभाजन पैदा करने पर उतारू हो, तो ऐसे व्यक्ति को एक क्षण भी पद पर रहने का नैतिक अधिकार नहीं है. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कहा कि कुर्सी के लिए इस महान देश एवं बाबा साहेब के संविधान की बलि चढ़ाने की मंशा रखने वाले ऐसे लोगों को जनता इस चुनाव में कड़ा सबक सिखायेगी. उन्होंने कहा कि हमारे महान देश एवं न्यायप्रिय समाज ने ना कभी ऐसी विभाजनकारी सोच को बर्दाश्त किया है और न ही करेगा. यह गांधी, फुले, कलाम, आंबेडकर, लोहिया, जेपी और कर्पूरी का देश है. लालू प्रसाद ने यह बयान अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल पर साझा किया है. उनका यह बयान पार्टी ने औपचारिक तौर पर भी जारी किया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है