समस्तीपुर के सांसद व लोजपा (पारस गुट) नेता प्रिंस राज के खिलाफ दर्ज एफआईआर मामले पर चिराग पासवान ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. चिराग ने दोषी को सजा देने की मांग की है. वहीं एफआईआर में अपने नाम के जिक्र को लेकर भी सफाई दी है.
लोक जनशक्ति पार्टी (पारस गुट) के नेता और समस्तीपुर के सांसद प्रिंस राज की मुश्किलें बढ़ गयी हैं. प्रिंस राज पर अदालत के निर्देश के बाद यहां दुष्कर्म के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. मंगलवार को यह जानकारी सामने आयी जिसके बाद अब चिराग पासवान ने भी पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. साथ ही एफआईआर में अपने नाम के जिक्र होने पर भी सफाई दी है.
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, चिराग पासवान ने इस प्रक्ररण को लेकर कहा कि जो दोषी है उसे सजा मिलनी चाहिए. FIR में मेरा नाम आया है जहां कहा गया है कि मेरी जानकारी में था. मैं तो कह ही रहा हूं कि मेरी जानकारी में था. मैं पहला व्यक्ति हूं जिसने सलाह दी कि ये आपराधिक मामला है इसलिए पुलिस में जाना चाहिए.
जो दोषी है उसे सजा मिलनी चाहिए। FIR में मेरा नाम आया है जहां कहा गया है कि मेरी जानकारी में था। मैं तो कह ही रहा हूं कि मेरी जानकारी में था। मैं पहला व्यक्ति हूं जिसने सलाह दी कि ये आपराधिक मामला है इसलिए पुलिस में जाना चाहिए: लोजपा सांसद प्रिंस राज मामले में FIR पर चिराग पासवान pic.twitter.com/aeFRYlSUni
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 15, 2021
वहीं प्रिंस ने इस मामले में गिरफ्तारी बचने के लिए दिल्ली की अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की. इस पर गुरुवार को सुनवाई होने की संभावना है. अर्जी में दावा किया गया है कि कथित पीड़िता और उसका पुरुष साथी पासवान से पैसे की उगाही कर रहे थे. उन्हें ब्लैकमेल कर रहे थे.
इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली पुलिस ने बताया कि तीन महीने पहले कथित पीड़िता ने एक शिकायत दर्ज करायी थी, जो पार्टी की एक सदस्य है. शिकायत के आधार पर दुष्कर्म, आपराधिक साजिश और साक्ष्य मिटाने के अपराध की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने बताया कि प्राथमिकी में प्रिंस के चचेरे भाई व जमुई के सांसद चिराग पासवान का नाम भी दर्ज है.
पुलिस ने कहा कि पीड़िता ने आरोप लगाया है कि चिराग ने उस पर पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं करवाने का दबाव डाला. लोजपा के पारस गुट के प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने प्रिंस राज का बचाव किया और दावा किया कि उनके विरुद्ध आरोप, राजनीतिक साजिश के तहत उनकी छवि खराब करने के उद्देश्य से लगाये गये हैं.
कुमार ने कहा कि सांसद ने उस महिला के विरुद्ध 10 फरवरी को दिल्ली पुलिस में “उगाही और ब्लैकमेल” की शिकायत दर्ज करायी थी, जिसने उन पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है. शिकायत के अनुसार, दुष्कर्म की कथित घटना 2020 में हुई थी.
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि अदालत का निर्देश नौ सितंबर को आया और कनाट प्लेस पुलिस थाने में संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने कहा कि जांच चल रही है. अब तक इस संबंध में किसी से पूछताछ नहीं की गयी है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan