अपार आइडी का लक्ष्य का पूरा नहीं करने वाले प्रधानाध्यापक हटेंगे

सरकारी स्कूल में नामांकित बच्चों का 'आटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक एकाउंट रजिस्ट्री' (अपार आइडी) बनाने की धीमी प्रगति पर जिला शिक्षा कार्यालय ने सख्ती बरतने हुए प्रधानाध्यापक को हिदायत दी है कि लक्ष्य पूरा नहीं करने पर उनको प्रधानाध्यापक के पद से हटा दिया जायेगा

By Prabhat Khabar News Desk | January 6, 2025 12:28 AM

संवाददाता, पटना सरकारी स्कूल में नामांकित बच्चों का ”आटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक एकाउंट रजिस्ट्री” (अपार आइडी) बनाने की धीमी प्रगति पर जिला शिक्षा कार्यालय ने सख्ती बरतने हुए प्रधानाध्यापक को हिदायत दी है कि लक्ष्य पूरा नहीं करने पर उनको प्रधानाध्यापक के पद से हटा दिया जायेगा. जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम हुई बैठक में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को वैसे प्रधानाध्यापक जिन्होंने बच्चों की अपार आइडी बनाने में सुस्ती बरती है, उनको चिन्हित करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि जो प्रधानाध्यापक बच्चों के अपार आइडी बनाने में आलस दिखा रहे उनको हटाया जायेगा, उनकी जगह पर दूसरों को मौका दिया जायेगा. उन्होंने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को भी सख्त लहजे में निर्देश देते हुए कहा है कि कार्य में सुस्ती बरतने पर कार्रवाई की जायेगी. जिले में मात्र 31 प्रतिशत ही बच्चों का बना अपार आइडी जिला शिक्षा कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार सरकारी और पंजीकृत निजी स्कूलों की कुल संख्या 4,957 है. इन स्कूलों में 8,36,942 बच्चे विभिन्न कक्षाओं में नामांकित हैं. इनमें से चार दिसंबर 2024 तक मात्र 2,60,737 बच्चों का ही अपार आइडी बन पाया है. इनमें से 932 स्कूलों ने तो अपार बच्चों का अपार आइडी बनाने का प्रयास ही नहीं किया है. अपार आइडी नहीं बनाने का प्रयास करने वाले में सरकारी 235 और निजी स्कूलों की संख्या 697 है. यानी जिले के कुल 31 प्रतिशत बच्चों का अपार आइडी नहीं बन पाया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय के निर्देश के अनुसार स्कूल में पढ़ने वाले प्रत्येक बच्चों का अपार आइडी बनाना अनिवार्य है. शिक्षा मंत्रालय ने वन नेशन वन आइडी का फॉर्मूला तय किया है.

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