– चावल में बढ़त, गेहूं थोड़ा सुधरा, मक्का व दाल में भारी गिरावट – तिलहन फसल के दायरे और उत्पादन में भी मामूली आयी कमी संवाददाता, पटना राज्यभर में तीन वर्षों में सात लाख टन अनाज का उत्पादन घट गया है. खेती भी बीते वर्ष से दो लाख हेक्टेयर क्षेत्र में कम हुई है. चावल, दाल, गेहूं और मक्का के उत्पादन में उतार-चढ़ाव रहा. इस अवधि में चावल के उत्पादन में बढ़त हुई. गेहूं में मामूली उछाल रहा. मगर, ये उछाल बीते साल की रिकवरी से भी कम रही. तिलहन के उत्पादन में भी कमी पायी गयी, जबकि उपज में बढ़ोत्तरी हुई. वर्ष 2023-24 में इसके बीते वर्ष से लगभग एक लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न में बढ़ोत्तरी हुई है. चावल का उत्पादन बढ़ा, खेती यथावत वर्ष 2021-22 में चावल का उत्पादन 77.17, वर्ष 2022-23 में 78.73 और इसके बाद के वर्ष में 86.75 लाख एमटी चावल का उत्पादन हुआ. चावल की खेती का दायरा यथावत रहा है. वर्ष 2021-22 में 30.91 लाख हेक्टेयर, इसके बाद के वर्ष में 29.35 और वर्ष 2023-24 में 30.34 लाख हेक्टेयर में धान की की खेती हुई. गेहूं का उत्पादन बढ़ा, मगर दो साल पूर्व से अभी भी कम वर्ष 2023-24 में गेहूं का उत्पादन सुधरा है, मगर, बीते दो साल से अभी भी कम है. वर्ष 2021-22 में गेहूं का उत्पादन 68.98 लाख एमटी गेहूं का उत्पादन हुआ. इसके अगले साल घटकर 66 लाख एमटी पर पहुंच आया है. वर्ष 2023-24 में उत्पादन 67.08 लाख एमटी हुआ. दो लाख एमटी दाल व 15 लाख एमटी मक्के का उत्पादन गिरा दाल का उत्पादन पहले से बिहार में कम होता है. बीते वर्ष इसमें भारी गिरावट आयी है. वर्ष 2021-22 में 3.88 लाख एमटी व वर्ष 2022-23 में 4.14 एमटी दाल का उत्पादन हुआ. मगर, अगले साल ही लगभग दो लाख एमटी की गिरावट आ गयी. वर्ष 2023-24 में 2.85 लाख एमटी ही दाल का उत्पादन हुआ. वर्ष 2021-22 में मक्का का उत्पादन 34.71 लाख एमटी, वर्ष 2022-23 में 48.29 और इसके अगले साल 33.78 लाख मक्के का उत्पादन हुआ. बीते वर्ष लगभग 15 लाख एमटी उत्पादन में गिरावट आयी है.
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