Patna Airport: बिहटा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के विस्तार का विरोध शुरू, किसानों ने मशाल जुलूस के जरिए सरकार को दी चेतावनी
Patna Airport: बिहटा में प्रस्तावित इंटेरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे विस्तार के लिए 190 एकड़ जमीन की जरूरत को लेकर सर्वे किया जा रहा है. जिसका स्थानीय किसानों ने विरोध शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में सोमवार को मशाल जुलूस निकाला गया.
Patna Airport: पटना के बिहटा में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का काम तेजी से चल रहा है. वहीं, भूमि अधिग्रहण के खिलाफ लोग प्रदर्शन भी कर रहे हैं. एयरपोर्ट के पश्चिम की ओर रनवे का विस्तार करने की राज्य सरकार की योजना का किसानों ने कड़ा विरोध शुरू कर दिया है. इसके लिए सोमवार की देर शाम एक विशाल मशाल जुलूस निकाला गया, जो कोरहर गांव से शुरू होकर बिहटा चौराहे तक पहुंचा. जहां किसानों ने सरकार को चेतावनी देकर अपनी सभा समाप्त की.
सड़क से संसद तक होगा विरोध
किसानों ने सख्त लहजे में कहा कि सरकार की पश्चिम दिशा की ओर रनवे बढ़ाने की योजना बेहद विनाशकारी है. हम सड़क से लेकर संसद तक हर स्तर पर इसका पुरजोर विरोध करेंगे. इधर गांव के किसानों ने कहा कि हम सरकार के विकास के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन अगर सरकार साजिश के तहत हमारी जमीन छीनने की कोशिश करेगी तो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे.
190 एकड़ जमीन के लिए हो रहा सर्वे
बिहटा में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के निर्माण की मंजूरी मिलने के बाद रनवे विस्तार के लिए 190 एकड़ जमीन चिन्हित करने के लिए सर्वे कराया जा रहा है. पहले के सर्वे में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने जो मास्टर प्लान तैयार कर सरकार को भेजा था, वह एयरपोर्ट रनवे के पूरब की ओर था. जिस पर कार्रवाई लगभग पूरी हो चुकी थी. लेकिन अचानक इसे रोक दिया गया और पश्चिम की ओर सर्वे कराया जाने लगा.
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400 मकानों पर संकट के बादल
पश्चिम की ओर सर्वे कराए जाने के बाद पता चला कि कोरहर, गोखुलपुर, मठिया और देवकुली गांव के कुछ हिस्से समेत चार गांवों के लोग इससे सीधे तौर पर प्रभावित हो रहे हैं. इनकी आबादी हजारों में है. सरकार की ओर से कराए गए सर्वे में करीब 400 घर गिने गए हैं. इस तरफ रनवे का विस्तार करने पर एनएच 30 और वर्षों पुरानी मनेर राजवाहा नहर को हटाना पड़ेगा. साथ ही मनेर-बिहटा एनएच 30 के किनारे बसे हजारों छोटे-मोटे व्यवसाय भी प्रभावित होंगे. इस तरफ रनवे विस्तार की योजना की जानकारी मिलते ही लोगों में सरकार के खिलाफ गुस्सा फैल गया है.
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व्यवसायियों ने भी किया विरोध
किसानों के साथ-साथ व्यवसायियों ने भी एक स्वर में कहा कि वे किसी भी हालत में अपनी जमीन सरकार को नहीं देंगे, क्योंकि वे पहले ही दो बार बिहटा एयरफोर्स को अपनी जमीन दे चुके हैं. अब उनके पास कोई जमीन नहीं है.