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पटना के मेडिकल कॉलेजों में प्रदर्शन, एनएमसीएच में ओपीडी को कराया बंद

कोलकाता में महिला डॉक्टर की हत्या के विरोध में सोमवार को पीएमसीएच, आइजीआइएमएस और एनएमसीएच में जूनियर और रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ-साथ सीनियर डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया. एनएमसीएच में ओपीडी को बंद करा दिया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | August 13, 2024 1:41 AM

संवाददाता, पटना : कोलकाता में महिला डॉक्टर की हत्या के विरोध में पटना के डॉक्टर भी सोमवार को सड़क पर उतर गये. पीएमसीएच, आइजीआइएमएस और एनएमसीएच में जूनियर और रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ-साथ सीनियर डॉक्टरों ने भी प्रदर्शन किया. खासकर एनएमसीएच में ओपीडी को बंद करा दिया गया. हालांकि, पीएमसीएच और आइजीआइएमएस के डॉक्टरों ने सांकेतिक कार्य बहिष्कार किया. यहां ओपीडी में इलाज किया गया. अधिकतर डॉक्टरों ने ड्यूटी के दौरान काला फीता बांधकर काम किया. बिहार में भी इस तरह की घटना नहीं हो, इसको लेकर पीएमसीएच जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन व आइजीआइएमएस रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है. वही, पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि मंगलवार को ओपीडी और ओटी सेवा को बाधित किया जायेगा. वहीं, बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ और रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने 14 अगस्त को ओपीडी में कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया है.

वाट्सएप पर संदेश आया और एनएमसीएच में बंद हो गया ओपीडी

एनएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों के अनुसार सोमवार की सुबह तक कार्य बहिष्कार अथवा ओपीडी को बंद करने को लेकर कोई योजना नहीं थी. लेकिन नौ बजे ओपीडी शुरू होने के बाद जूनियर डॉक्टरों की पहल पर सभी डॉक्टरों को वाट्सएप भेज कार्य बहिष्कार का मैसेज प्रसारित होने लगा. दिन के 10:30 बजे जबरन ओपीडी बंद करा दिया. उस समय तक 647 मरीजों का रजिस्ट्रेशन हो चुका था. प्रदर्शन के कारण कई ऑपरेशन भी टल गये.

पीएमसीएच में कैंडल मार्च तो आइजीआइएमएस में सीनियर डॉक्टर भी प्रदर्शन में हुए शामिल

पीएमसीएच जेडीए के डॉ अंकित सिंह की देखरेख में जूनियर डॉक्टर व एमबीबीएस छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. रात को छात्रों ने कैंडल मार्च निकाला और पीएमसीएच समेत सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की मांग की. विरोध प्रदर्शन करनेवालों में डॉ दिनेश कुमार, डॉ विकास शंकर, जेडीए के डॉ विवेक, जेडीए सचिव डॉ अंकित समेत कई अन्य शामिल थे. इसी तरह आइजीआइएमएस के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के नेतृत्व में बड़ी संख्या में चिकित्सक, जूनियर डॉक्टर और नर्सों ने विरोध प्रदर्शन किया. एसोसिएशन के डॉ मनोज कुमार चौधरी और डॉ हरेंद्र कुमार ने बताया कि घटना से सभी डॉक्टर मर्माहत हैं. इस तरह की घटना पर रोक लगनी चाहिए.

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