पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में आवास की योजनाओं पर विशेष ध्यान दें. प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के लाभुकों को जल्द-से- जल्द लाभ दिलाने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री वास स्थल क्रय योजना के तहत भी लोगों को तेजी से लाभ दिलाएं. सीएम ने मुख्य सचिव को ग्रामीण विकास विभाग से समीक्षा कर इसका तुरंत पालन कराने को कहा.
मुख्यमंत्री गुरुवार को एक अणे मार्ग स्थित नेक संवाद कक्ष में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति को नियंत्रित करने और रोजगार सृजन के कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने कहा कि मॉनसून के आगमन की संभावना को देखते हुए बाढ़ निरोधक कार्यों या सुरक्षात्मक कार्यों को तत्काल पूरा करें. बाढ़ संभावित क्षेत्रों में बचाव के लिए जरूरी तैयारियों को अंतिम रूप दें. रोजगार सृजन के कार्यों की लगातार मॉनीटरिंग करते रहें. श्रम प्रधान योजनाओं को प्राथमिकता में रखते हुए कार्य करें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण कार्य विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में बची हुई सड़कों के निर्माण कार्य में तेजी लाते हुए उन्हें गुणवत्तापूर्ण तरीके से जल्द पूरा करें. ग्रामीण सड़क अनुरक्षण नीति की शर्तो के अनुरूप सड़कों का बेहतर रखरखाव करें. मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत चल रही और शेष बची योजनाओं को जल्द पूरा करें. मुख्य सचिव को ग्रामीण कार्य विभाग से समीक्षा कर इसका अनुपालन कराने को कहा है.
श्रमिक परिवारों को जीविका समूहों से जोड़ें
सीएम ने कहा कि बाहर से आये श्रमिकों के परिवारों को जीविका स्वयं सहायता समूहों से जल्द जोड़ें, जिससे उन्हें राज्य में चलायी जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी मिलने के साथ-साथ उसका लाभ मिले. जीविका के माध्यम से बिहार की महिलाएं काफी जागृत हुई हैं. उनमें आत्मविश्वास बढ़ा है और वे आत्मनिर्भर हुई हैं. उन्होंने कहा कि सभी लोग स्वस्थ रहें. इसके लिए सभी आवश्यकता कदम उठाये जा रहे हैं.
कोरोना को लेकर चलाएं जागरूकता अभियान
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों में कोरोना संक्रमण के प्रति काफी जागरूकता है. जागरूकता अभियान को ज्यादा बड़े पैमाने पर चलाकर जन-जन को सचेत और सतर्क रखना है. कोरोना संक्रमण की गंभीरता को समझते हुए लोग वर्तमान परिस्थिति में संयम रखें, कोरोना से डरें नहीं. मास्क का प्रयोग करें और सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करें. लक्षण दिखने पर बिना छिपाये तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर सूचित करें.
65 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति, अन्य गंभीर रोगों से ग्रसित व्यक्ति, गर्भवति महिलाओं तथा 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों पर विशेष रूप से ध्यान देकर उन्हें सुरक्षित रखना है. उन्होंने कहा कि लॉउडस्पीकर के माध्यम से जन-जन तक जागरूकता अभियान चलाएं. पोस्टर, रेडियो, अखबार, टेलीविजन के जरिये भी इसका प्रचार-प्रसार किया जाये कि लोग कोरोना से बचाव के लिए सतर्क और सजग रहें.