संवाददाता, पटना : वेतन बढ़ाने व नियमित करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे पीटी टीचर पर शुक्रवार की सुबह पुलिस ने सचिवालय के पास लाठियां बरसायीं और विश्वेश्वरैया भवन तक खदेड़ दिया. सुबह में गर्दनीबाग धरनास्थल से छिपते-छिपाते प्रदर्शनकारी प्रतिबंधित क्षेत्र सचिवालय, विकास भवन के पास पहुंच गये. वे विधानसभा की ओर बढ़ना चाह रहे थे कि इसी बीच पुलिस ने सभी को रोक दिया. पहले पुलिस ने समझा-बुझाकर सभी को जाने को कहा. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि विधानमंडल का सत्र चल रहा है. निषेधाज्ञा लागू है. लेकिन जब प्रदर्शनकारी नहीं माने, तो पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया. सचिवालय से खदेड़कर इन सबाें काे विश्वेश्वरैया भवन तक पहुंचा दिया. इसे भगदड़ मच गयी. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि महिलाओं के साथ पुलिस ने धक्का-मुक्की की. शारीरिक शिक्षक एवं स्वास्थ्य अनुदेशक संघ के प्रदेश अध्सक्ष डाॅ राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि बिहार सरकार ने पांच साल पहले एसटीइटी के माध्यम से शारीरिक शिक्षक और स्वास्थ्य अनुदेशक की बहाली हुई थी. इसमें प्राथमिक शिक्षक काे पांच हजार, माध्यमिक शिक्षक काे छह हजार और शारीरिक शिक्षक की चार हजार रुपये वेतन पर बहाली हुई थी. अभी हमलाेगाें का वेतन मात्र आठ हजार रुपये है. आज इतनी महंगा है कि इतने में कहां गुजरा हो पायेगा. इसलिए सरकार वेतन बढ़ाने के साथ ही हमारी नौकरी को नियमित करे.
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