इंटर यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता : 17 में से चार खेलों में ही पीयू के प्रतिभागी हुए शामिल
पटना विश्वविद्यालय की ओर से ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता में 17 खेलों में से सिर्फ चार खेलों कराटे, बॉस्केटबॉल, योग और एथलेटिक्स में ही टीम शामिल हुई
संवाददाता, पटना
पटना विश्वविद्यालय की ओर से ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता में 17 खेलों में से सिर्फ चार खेलों कराटे, बॉस्केटबॉल, योग और एथलेटिक्स में ही टीम शामिल हुई. विश्वविद्यालय के स्पोर्ट्स कैलेंडर में 17 खेलों को शामिल किया गया है, लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर, खेल मैदान की खराब स्थिति, स्पोर्ट्स से जुड़े सामान की कमी और रेगुलर प्रैक्टिस नहीं होने की वजह से विभिन्न स्पोर्ट्स में खिलाड़ियों का ट्रायल भी नहीं हो पाया है. विश्वविद्यालय की ओर से फुटबॉल, क्रिकेट और बैडमिंटन की नियमित प्रैक्टिस नहीं होने का खामियाजा खिलाड़ियों को भुगतना पड़ रहा है. हाल में आयोजित होने वाले इस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी फुटबॉल और वालीबॉल प्रतियोगिता में यूनिवर्सिटी की टीम भाग भी नहीं ले पायी. वालीबॉल प्रतियोगिता के लिए टीम तैयार करने के लिए आयोजित किये गये ट्रायल में विश्वविद्यालय से केवल बीएन कॉलेज की टीम ने ही भाग लिया. इसके अलावा विश्वविद्यालय में रेगुलर स्तर पर फुटबॉल का प्रैक्टिस सत्र आयोजित नहीं कराने और बेहतर ग्राउंड नहीं होने की वजह से खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाये. इंटर यूनिवर्सिटी फुटबॉल प्रतियोगिता के लिए आयोजित किये गये ट्रायल में विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले किसी भी कॉलेज की फुल फ्लेज टीम शामिल नहीं हो पायी. इसके अलावा जो इंडीविजुअल खिलाड़ी ट्रायल में शामिल भी हुए वे रेगुलर प्रैक्टिस नहीं आयोजित कराने की वजह से 90 मिनट तक ग्राउंड में दौड़ पाने में भी असफल रहे.पावर लिफ्टिंग और शूटिंग की भी नही होती है प्रैक्टिस
विश्वविद्यालय की ओर से पावर लिफ्टिंग और शूटिंग के खिलाड़ियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गयी है. पावर लिफ्टिंग और शूटिंग का ट्रायल भी आयोजित नहीं कराया जाता है. इस स्पोर्ट्स से जुड़े खिलाड़ी प्राइवेट संस्थान या क्लब से जुड़कर खुद से ही अपनी प्रैक्टिस करते हैं. इसके अलावा कॉलेजों में बैडमिंटन, बॉल बैडमिंटन के लिए कोर्ट और स्पोर्ट्स के सामान की कमी की वजह से खिलाड़ी रेगुलर प्रैक्टिस भी नहीं कर पाते हैं. विश्वविद्यालय की ओर से स्पोर्ट्स के लिए अलग से कोई बजट भी तैयार नहीं किया गया है. पटना विश्वविद्यालय के खेल सचिव डॉ दीप नारायण ने बताया कि विभिन्न खेलों में बैलेंस टीम का निर्धारण नहीं हो पाया, जिसकी वजह से विश्वविद्यालय की टीम इंटर यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स प्रतियोगिता में भाग नहीं ले पायी. उन्होंने बताया कि टीम के सेलेक्शन और प्रतियोगिता में शामिल होने का खर्च इंडीविजुअली विश्वविद्यालय की ओर से मुहैया कराया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है