पब्लिक से दोस्ती को थाने में 200 सदस्यों का बनेगा व्हाट्स एप ग्रुप
राज्य के सभी 1064 थाना स्तर पर कम से कम 200 सदस्यों और प्रत्येक सहायक थाना या ओपी के स्तर पर 100 सदस्यों का एक व्हाट्स एप ग्रुप अनिवार्य रूप से बनाया जायेगा. इन समूहों में संबंधित थाना क्षेत्र के प्रबुद्ध लोगों के अलावा कुछ चुनिंदा आम लोगों को भी रखा जायेगा ताकि सूचनाओं का आदान-प्रदान पुलिस-पब्लिक के बीच आसानी से हो सके.
पटना : राज्य के सभी 1064 थाना स्तर पर कम से कम 200 सदस्यों और प्रत्येक सहायक थाना या ओपी के स्तर पर 100 सदस्यों का एक व्हाट्स एप ग्रुप अनिवार्य रूप से बनाया जायेगा. इन समूहों में संबंधित थाना क्षेत्र के प्रबुद्ध लोगों के अलावा कुछ चुनिंदा आम लोगों को भी रखा जायेगा ताकि सूचनाओं का आदान-प्रदान पुलिस-पब्लिक के बीच आसानी से हो सके. पुलिस मुख्यालय ने इससे संबंधित आदेश सभी जिलों को जारी कर दिया है. इसमें कहा गया है कि प्रत्येक जिला पुलिस केंद्र से भी रैंकवार पुलिस कर्मियों का एक समूह बनाया जायेगा. इसमें कम से कम 200 पदाधिकारी या कर्मी बतौर सदस्य रहेंगे. महिला पदाधिकारी या कर्मियों का एक अलग समूह बनाया जायेगा. पुलिस मुख्यालय ने यह भी कहा है कि पुलिस विभाग के अंतर्गत सभी प्रभागों या संगठनों का अपना-अपना व्हाट्स एप ग्रुप गठित करना है और इससे सभी स्तर के पुलिस कर्मियों को जोड़ना है.
इसके तहत सभी बीएमपी, सीआइडी, विशेष शाखा, मद्य निषेध समेत ऐसी अन्य सभी प्रभागों में व्हाट्स एप ग्रुप का गठन अनिवार्य रूप से करना है. इस आदेश में यह भी कहा गया है कि अगर किसी स्थान पर एक से ज्यादा व्हाट्स एप ग्रुप बनाने की जरूरत है, तो दो या इससे अधिक ग्रुप भी बना सकते हैं. सभी स्तर के पुलिस अधिकारी, पदाधिकारी या कर्मी किसी न किसी व्हाट्स एप ग्रुप से जुड़ जाएं, इसका ध्यान हर हाल में करना होगा. इस मामले में डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि सभी थानाें से लेकर ऊपर तक इसका पालन होना चाहिए. व्हाट्स एप ग्रुप बनाने में किसी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए. वे स्वयं इसकी मॉनीटरिंग निरंतर करेंगे.
इसलिए इसे समझा जा रहा जरूरी : आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने अगस्त 2018 में सभी थानों में साइबर सेनानी समूह के गठन का आदेश दिया था. इसके मद्देनजर तकरीबन सभी बड़े और छोटे थानों में इस तरह के ग्रुप का गठन हो चुका है और इनका संचालन भी सही तरीके से हो रहा है. कई मौकों पर इसकी उपयोगिता भी साबित हुई है. इसके बेहतर रिजल्ट को देखते हुए अब इसका विस्तार करने की योजना पुलिस मुख्यालय ने बनायी है. अब तक राज्य में एक हजार 100 व्हाट्स एप समूह का गठन हो गया है, जिससे करीब एक लाख 30 हजार लोग जुड़े हुए हैं. इस संख्या को बढ़ाकर दो लाख से ज्यादा करने की योजना है. साथ ही इसका विस्तार सभी स्तर पर करने के लिए यह व्यापक योजना तैयार की गयी है.