लोगों से पैसा ऐंठने के चक्कर में बुरे फंस रहे बिहार के पुलिसकर्मी, दो मामलों में 8 सस्पेंड, 4 भेजे गए जेल

बिहार में लोगों को झूठे केस में फंसाकर लोगों से पैसे ऐंठने के चक्कर में पुलिसकर्मी खुद उलझ रहे हैं. पूर्णिया और पटना के चार-चार पुलिसकर्मी सस्पेंड हुए हैं. इनमें चार पुलिसकर्मी जेल भेज दिए गए हैं.

By ThakurShaktilochan Sandilya | December 5, 2024 8:56 AM

बिहार में लोगों को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर उनसे पैसे ऐंठने का मामला लगातार सामने आ रहा है. लेकिन इस खेल में शामिल पुलिसकर्मियों की टेंशन अब खुद बढ़ी हुई है. वो अपनी ही बिछाए जाल में उलझ रहे हैं और उनकी नौकरी पर ग्रहण लग रहा है. दो अलग-अलग मामलों में 8 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है. पुर्णिया के 4 पुलिसकर्मी निलंबित हुए हैं जबकि इससे पहले हाल में ही पटना के 4 पुलिसकर्मियों को ऐसे ही मामले में निलंबित करके जेल भी भेज दिया गया है. जेल जाने वाले में एक प्रशिक्षु दारोगा भी शामिल है.

इंस्पेक्टर और दारोगा समेत पूर्णिया के चार पुलिसकर्मी सस्पेंड

मधनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने पूर्णिया के इंस्पेक्टर और दारोगा समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. गाली-गलौज करने और झूठे मामले में फंसाने के बदले रुपये की मांग के आरोप को सही पाए जाने के बाद यह कार्रवाई की गयी है. दरअसल, पूर्णिया के सोनू कुमार पोद्दार ने आयुक्त उत्पाद- सह-निबंधन महानिरीक्षक के वाट्सएप पर एक आवेदन भेजा था और इस मामले से जुड़ी एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भेजी थी. उन्होंने निरीक्षक सुमन कांत झा, अवर निरीक्षक चंदन कुमार, सहायक अवर निरीक्षक दिनेश कुमार दास और सिपाही प्रदीप कुमार पर आरोप लगाए थे कि वो उनसे गाली-गलौज करते हैं और झूठे मामले में फंसाने के बदले पैसे की डिमांड करते हैं.

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ऑडियो रिकॉर्डिंग की जांच के बाद विभाग ने की कार्रवाई

आयुक्त ने सोनू के आरोपों को गंभीरता से लिया और मामले की सत्यता की जांच के लिए पूर्णिया के सहायक आयुक्त मद्यनिषेध को निर्देश दिया था. वहीं जब इस मामले की जांच शुरू हुई तो तमाम आरोप सही पाये गये. ऑडियो रिकॉर्डिंग की जांच के बाद विभाग ने चारों अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा. जांच अधिकारी ने ऑडियो में पैसे के लेन-देन से संबंधित बातचीत की पुष्टि की. लेकिन, चारों अधिकारियों का स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया. चारो को निलंबित कर दिया गया है.

पटना में कार सवारों से पुलिसकर्मियों ने ऐंठे 25 हजार

इससे पहले पटना में शनिवार की रात को एक शादी समारोह से वापस लौट रहे कार सवार कुछ लोगों को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर कुछ पुलिसकर्मियों ने उनसे 25 हजार रुपए ऐंठ लिए थे. गौरीचक थाना पुलिस के गश्ती दल में शामिल चार पुलिसकर्मियों को यह महंगा पड़ गया था. जब दीदारगंज के कोठीया के रहने वाले जितेंद्र कुमार ने इसकी शिकायत आवेदन देकर की तो मामले की जांच शुरू हुई. इस मामले को सही पाते हुए इसमें लिप्त प्रशिक्षु दारोगा विवेक कुमार, सिपाही अरुण कुमार, सिपाही चंदन कुमार व पुलिस जीप चालक प्रेम कुमार को सस्पेंड करते हुए चारो को जेल भेज दिया गया.

प्रशिक्षु दारोगा समेत 4 पुलिसकर्मी भेजे गए जेल

पीड़ित ने आवेदन में बताया था कि 1 दिसंबर की रात को चार लोग कार में सवार होकर पटना-गया रोड से जा रहे थे. रामगंज पेट्रोल पंप के पास गौरीचक थाने की गश्ती दल ने उनकी गाड़ी रोकी और तलाशी ली. जब कुछ संदिग्ध सामान नहीं मिला तो पुलिसकर्मियों ने उनके पास रखे 25 हजार रुपए छीन लिए और धमकी दे दी कि अगर शिकायत किए तो झूठे केस में उलझाकर जेल भेज देंगे. लेकिन जब मामला थाना पहुंच गया सीनियर पुलिस अधिकारियों ने कड़ी कार्रवाई की. पटना सदर डीएसपी 2 सत्यकाम ने बताया कि जांच के बाद मामला सही पाया गया है. चारो को निलंबित किया गया और कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया है.

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