विदेशों से आ रहे लोगों को भी करें कोरेंटिन : मुख्यमंत्री

: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों से विदेशों से आने वाले लोगों को कोरेंटिन की समुचित व्यवस्था कराने का निर्देश दिया है. उन्होंने बाहर से आ रहे लोगों की अधिक से अधिक संख्या में जांच कराने को कहा है. शुक्रवार को सभी डीएम, एसपी, आइजी और विभागीय प्रधान सचिवों के साथ बैठक कर उन्होंने 31 मई के बाद के संभावित हालात का फीडबैक भी लिया व लॉकडाउन को लेकर चर्चा की. मुख्यमंत्री ने कोरेंटिन केंद्रों पर जो नये लोग बाहर से आ रहे हैं, उनके रहने की अलग व्यवस्था करने को कहा.

By Prabhat Khabar News Desk | May 30, 2020 12:42 AM

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों से विदेशों से आने वाले लोगों को कोरेंटिन की समुचित व्यवस्था कराने का निर्देश दिया है. उन्होंने बाहर से आ रहे लोगों की अधिक से अधिक संख्या में जांच कराने को कहा है. शुक्रवार को सभी डीएम, एसपी, आइजी और विभागीय प्रधान सचिवों के साथ बैठक कर उन्होंने 31 मई के बाद के संभावित हालात का फीडबैक भी लिया व लॉकडाउन को लेकर चर्चा की. मुख्यमंत्री ने कोरेंटिन केंद्रों पर जो नये लोग बाहर से आ रहे हैं, उनके रहने की अलग व्यवस्था करने को कहा.

एक अणे मार्ग स्थित नेक संवाद सभाकक्ष में कोरोना संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण, निगरानी एवं रोकथाम के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उच्चस्तरीय समीक्षा के दौरान उन्होंने अधिकारियों को कोरेंटिन केंद्रों और होम कोरेंटिन में रह रहे लोगों की नियमित स्क्रीनिंग एवं जांच के निर्देश दिये. इस दौरान उन्होंने कहा कि पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर चलायी जा रही डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग का लगातार फॉलोअप भी करते रहें. सभी जिलों में आवश्यक सुविधाओं के साथ आइसोलेशन बेड की संख्या बढ़ाएं.

सभी डीएम इसका आकलन कर जल्द आवश्यक कार्रवाई करें.डीडीसी की अध्यक्षता में बने टास्क फोर्स मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से आये हुए लोगों को यहीं रोजगार मिले, ताकि वे यहां रहकर अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें. उनके रोजगार सृजन के लिए विकास आयुक्त (डीडीसी) की अध्यक्षता में टास्क फोर्स गठित किया गया है. सभी डीएम भी अपने जिले की स्किल मैपिंग के अनुसार इस संबंध में समुचित कार्रवाई करें. किसी को भी मजबूरी के कारण बाहर नहीं जाना पड़े. लोग यहीं रहकर काम करना चाहते हैं.

बाहर की कंपनियों ने नहीं रखा लोगों का ध्यान मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को बाहर काफी कष्ट हुआ है. बिहार के बाहर की अधिकांश निजी कंपनियों ने उनका ध्यान नहीं रखा. हमारा कर्तव्य इन लोगों का ध्यान रखना है. सभी लोगों को यहीं रोजगार मिले और किसी को बिना कारण बाहर नहीं जाना पड़े. उन्होंने कहा कि जो सरकारी भवनें कार्यरत नहीं हैं, वहां आइसोलेशन सेंटर बनाये जा सकते हैं.

इसके अलावा निजी व्यावसायिक भवनों एवं होटलों में भी आइसोलेशन केंद्र बनाये जा सकते हैं.टिड्डियों के प्रभाव को देखते हुए करें कार्रवाई सीएम ने कहा कि टिड्डियों के प्रभाव को देखते हुए कृषि विभाग की तरफ से निर्धारित एसओपी के अनुसार कार्रवाई करें. इसे लेकर उचित कार्रवाई करने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि दुकानों एवं अन्य प्रतिष्ठानों में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें. इस दौरान उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, मुख्य सचिव दीपक कुमार, डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय, सीएम के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव मनीष कुमार वर्मा, सचिव अनुपम कुमार, गोपाल सिंह मौजूद थे. जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव, प्रमंडलीय आयुक्त, आइजी, डीआइजी के अलावा सभी डीएम और एसपी भी जुड़े हुए थे.

कोरोना संक्रमण से बचाव का यही सबसे प्रभावी उपाय है.हमें लोगों के हित की चिंता मुख्यमंत्री ने कहा है कि उन्हें हमेशा लोगों के हित की चिंता रहती है. कोरोना संक्रमण से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए उनकी नियमित निगरानी जरूरी है. हम सिर्फ काम करने में विश्वास रखते हैं, जो काम लोगों के हित में है उसे पूरी निष्ठा, ईमानदारी और मेहनत के साथ कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण का डटकर मुकाबला करें, इससे डरे नहीं, धैर्य रखें, सचेत रहे और सतर्क रहें.

इस दौरान उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, मुख्य सचिव दीपक कुमार, डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय, सीएम के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव मनीष कुमार वर्मा, सचिव अनुपम कुमार, गोपाल सिंह मौजूद थे. जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव, प्रमंडलीय आयुक्त, आइजी, डीआइजी के अलावा सभी डीएम और एसपी भी जुड़े हुए थे.

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