हंगामे की भेट चढ़ा विप का प्रश्नकाल, राबड़ी पर आरोप की जांच करेगी आचार समित, भावुक होकर बोले अशोक चौधरी

राबड़ी देवी द्वारा जदयू के कुछ मंत्रियों और विधान पार्षदों के खिलाफ कहे गये अभद्र शब्दों पर गुरुवार को विधान परिषद की दूसरी पाली में जबरदस्त हंगामा हुआ. सभापति ने कहा कि इस तरह के घटनाक्रम परिषद की गरिमा के खिलाफ है. परिषद की मर्यादा सबसे ऊंची है.

By Prabhat Khabar News Desk | March 18, 2022 9:06 AM

पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी द्वारा मंत्री अशोक चौधरी के प्रति असंसदीय भाषा के इस्तेमाल किये जाने से संबंधित मामले की जांच बिहार विधान परिषद की आचार समिति करेगी. विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने अशोक चौधरी द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद गुरुवार को मामले को आचार समिति के पास भेज दिया. राबड़ी देवी द्वारा जदयू के कुछ मंत्रियों और विधान पार्षदों के खिलाफ कहे गये अभद्र शब्दों पर गुरुवार को विधान परिषद की दूसरी पाली में जबरदस्त हंगामा हुआ. सभापति ने कहा कि इस तरह के घटनाक्रम परिषद की गरिमा के खिलाफ है. परिषद की मर्यादा सबसे ऊंची है.

मंत्री के अपने खिलाफ अशोभनीय शब्द के इस्तेमाल होने पर मर्माहत होना स्वाभाविक है. इस मामले में न्याय होगा. इससे पहले मंत्री अशोक चौधरी ने खुद के बारे में की गयी टिप्पणी का मामला उठाया और बात रखते-रखते कई बार भावुक हो गये. उन्होने कहा कि विपक्ष के नेताओं ने महादलितों और अल्पसंख्कों का अपमान किया है. यह बेहद शर्मनाक है. उन्होने कहा कि महादलित नेता के रूप में हम लोग जैसे-तैसे उच वर्ग के साथ खड़े हुए है. इसलिए हमे अपमानित किया जा रहा है. मेरे लिए जिस शब्द का इस्तेमाल हुआ,वह आहत करने वाला है. उन्होने मुख्यमंत्री की सफल नीतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि मुझे गर्व है कि मै ऐसे मुख्यमंत्री के साथ काम कर रहा हूं , जिनकी प्रशासनिक कमता और राजनीतिक कार्यकमों को देश ही नहीं दुनिया में सराहा गया है.

चौधरी ने कहा कि मैने राजनीति विज्ञान में पीएचडी की है. देश और दुनिया के तमाम विश्वविद्यालय में मेरे रिसर्च पेपर प्रकाशित हुए है. इसके बाद भी ऐसे लोग मुझे अपमानित कर रहे है, जिन्होने स्कूल के दर्शन नहीं किये है. स्कूल से अनुशासन आता है. इन लोगों ने हिंदी के शब्दों का अनुशासन नहीं, बल्कि संपत्ति बटोरने की पढ़ाई की है. हंगामे के बीच राजद सदस्य सदन से चले गये. इस दौरान कांग्रेस पार्षद समीर सिंह सदन में मौजूद रहे.

राबड़ी देवी वेल मे धरने पर बैठ गयी

विधान परिषद मे गुरुवार को भोजनावकाश के पहले का प्रश्नकाल सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच हंगामे की भेट चढ़ गया. इस कारण कार्यकारी सभापति ने कार्यवाही को भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही 15 मार्च की घटना को लेकर भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी द्वारा आपत्तिजनक शब्द कहे जाने पर आपत्ति की. उन्होंने अपने साथ अपने समाज को मर्माहत बताते हुए अपनी बात रखने की आसन से अनुमति मांगी. उन्होने राबड़ी देवी द्वारा कहे गये आपत्तिजनक शब्द की परिभाषा बतायी साथ ही आरोप लगाया कि विपक्ष को पढ़ने-लिखने से कभी मतलब नहीं रहा. इस पर राबड़ी देवी और सुनील सिंह ने सदस्य पर की गयी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की टिप्पणी और विधानसभा प्रकरण को उठा लिया.

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