यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा : पिछले साल की तुलना में आसान थे प्रश्न, अधिकतर एनसीइआरटी से
यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा रविवार को शहर के 92 सेंटर पर हुई. परीक्षा में 44 हजार 64 परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे, लेकिन करीब 30 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी.
करीब 30 प्रतिशत ने छोड़ दी परीक्षा संवाददाता, पटना यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा रविवार को शहर के 92 सेंटर पर हुई. परीक्षा में 44 हजार 64 परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे, लेकिन करीब 30 प्रतिशत परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी. प्रारंभिक परीक्षा में पहला पेपर जनरल स्टडीज और दूसरा पेपर सीसैट का हुआ. पहला पेपर सुबह 9:30 बजे से 11:30 बजे तक चला. वहीं, दूसरा पेपर 2:30 बजे से 4:30 बजे तक चला. सभी केंद्रों पर शांतिपूर्ण परीक्षा आयोजित हुई. परीक्षा को लेकर सभी सेंटर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे. मगध महिला कॉलेज परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थी रोहित ने कहा कि पूर्व के वर्षों से इस वर्ष अलग प्रश्न पूछे गये. सभी प्रश्न एनसीइआरटी से पूछे गये. करेंट अफेयर्स के प्रश्न कम थे. परीक्षा में साइंस और टेक्नोलॉजी के साथ-साथ इकोनॉमिक्स के प्रश्न आसान से मध्यम कैटेगरी के पूछे गये थे. संस्कृति सिंह ने बताया कि इकोनॉमिक्स सेक्शन में, अधिकांश प्रश्न स्टैटिक मुख्य भाग से पूछे गये थे. केवल कुछ प्रश्न करंट अफेयर्स से पूछे गये थे. इकोनॉमिक्स सेक्शन मुश्किल था. इस बार परीक्षा की लैंग्वेज आसान की गयी है. इस बार आइएएस, आइपीएस, आइएफएस और आइआरएस सहित विभिन्न केंद्रीय सरकारी सेवाओं और विभागों में 1056 पद भरे जायेंगे. कटऑफ 92 से तीन अंक आगे-पीछे रह सकता है चाणक्य आइएएस के रीजनल हेड डॉ कृष्ण सिंह ने कहा कि ओवरऑल प्रश्नों की प्रकृति को देखा जाये तो ऐसा लगता है विषय मूल कांसेप्ट छठी से 12वीं एनसीइआरटी और उससे संदर्भित एप्लाइड प्रश्न पूछे गये हैं. अनुमान के अनुसार इस बार कटऑफ 92 से तीन अंक आगे-पीछे रह सकता है. सभी प्रश्न सिलेबस से पूछे गये. करेंट अफेयर्स से प्रश्नों की संख्या कम रही. लेकिन अधिकांश प्रश्न एनसीइआरटी बेस्ड थे. भूगोल से 16 से 18 प्रश्न है जो भौतिक भूगोल और जनरल जानकारी से संबंधित थे. इसमें छठी से 12वीं तक के एनसीइआरटी अच्छे से पढ़ने वालों के लिए प्रश्न आसान थे. दूसरी तरफ इकोलॉजी और पर्यावरण को देखा जाये तो इसमें 14 से 15 प्रश्न पूछे गये, जिसमे कुछ प्रश्न कोर इकोलॉजी से संबंधित और कुछ प्रश्न सामान्य घटनाक्रम से संबंधित थे, जो थोड़े कठिन रहे. विज्ञान की बात करे तो इससे लगभग 10 प्रश्न पूछे गये. इसमें जनरल जानकारी से संबंधित एप्लाइड प्रश्न पूछे गये हैं. प्राचीन इतिहास से पूछे गये अधिक सवाल
इकोनॉमिक्स के प्रश्न को देखने से लगता है कि मूल कांसेप्ट से संबंधित ही प्रश्न पूछे गये हैं. यह भी एनसीइआइटी आधारित था. इतिहास की बात किये जाए तो प्रश्नों की संख्या इस बार कम है. कुल 10 से 12 प्रश्न पूछे गये. जिसमें प्राचीन इतिहास से अधिक प्रश्न पूछे गये हैं और इसमें भी एनसीइआरटी बेस्ड प्रश्न पूछे गये. पॉलिटिकल साइंस से लगभग 17 से 18 प्रश्न पूछे गये. इसमें भी एनसीइआरटी या मूल किताब पढ़ा होगा वे आसानी से प्रश्न बना पाये होंगे. करेंट अफेयर्स से ऐसे प्रश्न पूछे गये हैं, जो लगातार न्यूज में थे.
सेकेंड पेपर रहा कठिन : डॉ कृष्ण सिंह ने कहा कि सेकेंड पेपर सीएसएटी के प्रश्नों की बात करें तो यह इस बार भी कठिन रहा है. मैथ, रिजनिंग के सवालों की प्रकृति सामान्य से ऊपर थी. हालांकि जो छात्र निरंतर प्रैक्टिस में थे, उन्हें ज्यादा परेशानी नहीं हुई होगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है