प्रदेश के विधायक, सांसदों, राज्य सभा सदस्यों सहित 36 नेताओं को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मिलने के लिए दिल्ली बुलाया है. सभी दिल्ली पहुंच गए हैं और आज उनकी मुलाकात राहुल गांधी से हो रही है. बताया जा रहा है कि बैठक जारी है लेकिन इसे लेकर कोई एजेंडा तय नहीं है. इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया जा रहा है, मगर इसे कांग्रेस की संभावित टूट को लेकर पार्टी की अपनी रणनीति के रूप में देखा जा रहा है. सिर्फ यह कहा जा रहा है कि कांग्रेस सदस्य अपने नेता से नहीं मिले हैं.
हालांकि बताया जा रहा है कि राहुल गांधी के सामने प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास इस बैठक के माध्यम से कुछ संदेश देने में जुटे हैं. बिहार में लोजपा में टूट के बाद कांग्रेस विधायकों के टूट की अफवाह के बाद राहुल गांधी के साथ बिहार के नेताओं की मुलाकात महत्वपूर्ण है. प्रभारी भक्त चरण दास यह साबित करेंगे कि बिहार में पार्टी अटूट है.
इससे पहले प्रदेश कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने सात जुलाई को राहुल गांधी के साथ बिहार के चुनिंदा नेताओं को फोन पर आमंत्रित किया. इसमें 19 विधायक, चार विधान परिषद सदस्य, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, कार्यकारी अध्यक्ष, पूर्व विधायक दल के नेता, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार, बिहार के एआइसीसी के महासचिव शामिल हैं. इन नेताओं को प्रदेश कांग्रेस प्रभारी द्वारा आमंत्रित किया गया.
बताया जा रहा है कि राहुल गांधी बिहार के नेताओं से एक-एक कर अकेले में मिलेंगे और फिर सामूहिक रूप से भी मुलाकात करेंगे. बताया जा रहा है कि इस बैठक से प्रदेश प्रभारी अपनी छवि को और बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे. इधर, बिहार में पार्टी नेतृत्व के कई दावेदार हैं. राहुल गांधी से मिलने के बाद बिहार के ऐसे दावेदार अपनी बात भी राहुल गांधी से रखेंगे.
Posted By: Thakur Shaktilochan