पटना में प्रतिमा विसर्जन के दौरान फायरिंग करने वालों की हुई पहचान, पकड़ने के लिए हो रही छापेमारी
पुलिस के पास जो फुटेज है, उसमें यह स्पष्ट पता चल रहा है कि मुंगेर के युवक से शेखपुरा का युवक पिस्टल लेता है और फायरिंग करता है, जिसमें गोली धीरज को लग जाती है. एसएसपी डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो ने चार अलग-अलग टीमें बना दी हैं, जो उनके गृह जिले में भी छापेमारी करने के लिए निकल चुकी हैं
पटना. सैदपुर छात्रावास के सरस्वती प्रतिमा विसर्जन के दौरान नाला रोड से कारगिल चौक काली मंदिर तक रुक-रुक कर युवकाें ने फायरिंग की थी. चार ऐसे युवक थे, जो आपस में पिस्टल बदल-बदल कर फायरिंग कर रहे थे और उन्हीं में से एक युवक की गोली का शिकार छात्र धीरज कुमार बना. कारगिल चौक के समीप सभी डीजे की धुन पर डांस कर रहे थे और वहां पर युवक फायरिंग भी कर रहे थे, इसी दौरान एक गोली धीरज के सीने में लगी और वह गिर गया. इसके बाद सभी वहां से फरार हो गये. काफी भीड़-भाड़ होने के कारण पुलिस भी तत्काल समझ नहीं पायी. इस दौरान धीरज सड़क पर ही खून से लथपथ स्थिति में कराहता रहा और फिर कुछ युवकों ने उसे टेंपो पर लादकर पीएमसीएच लाया. जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने घटनास्थल से दो खोखा भी बरामद किया है.
पुलिस ने फायरिंग करने वाले चारों युवक की कर ली है पहचान
पटना पुलिस की टीम ने घटना के बाद सैदपुर से लेकर कारगिल चौक के 112 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला. जिसमें यह स्पष्ट दिख गया कि एक पीला कुर्ता पहने युवक व एक जींस व व्हाइट शर्ट में युवक के साथ दो अन्य के पास पिस्टल थी और वे लोग फायरिंग कर रहे थे. सबसे पहले नाला रोड में उन लोगों ने फायरिंग की, जिसका फुटेज भी कैमरे में कैद हो गया. हालांकि कदमकुआं थानाध्यक्ष विमलेंदू व उनकी टीम पर पहुंचने पर वह युवक भीड़ में खो गया. पुलिस ने इन सभी युवकों की पहचान कर ली है और उनके नाम व पता की जानकारी मिल चुकी है. फायरिंग करने वाला एक युवक पटना का, दूसरा युवक शेखपुरा का, तीसरा युवक नालंदा का और चौथा युवक मुंगेर का है. ये सभी फरार हैं.
पुलिस के पास जो फुटेज है, उसमें यह स्पष्ट पता चल रहा है कि मुंगेर के युवक से शेखपुरा का युवक पिस्टल लेता है और फायरिंग करता है, जिसमें गोली धीरज को लग जाती है. एसएसपी डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो ने चार अलग-अलग टीमें बना दी हैं, जो उनके गृह जिले में भी छापेमारी करने के लिए निकल चुकी हैं. साथ ही उनके पटना के ठिकानों पर भी छापेमारी की जा रही है. सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने सैदपुर छात्रावास में शुक्रवार की देर रात छापेमारी की और दो को हिरासत में लेकर पूछताछ की. उसने ही उन युवकों की पहचान पटना पुलिस को बता दी. सैदपुर छात्रावास से अधिकांश छात्र निकल चुके हैं.
नौ नामजद व दर्जनों अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
पुलिस ने इस मामले में गांधी मैदान थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की है. जिसमें नाला रोड से कारगिल चौक तक की सारी घटना का विस्तार से जिक्र किया गया है. इस प्राथमिकी में रौशन कुमार, आशुतोष कुमार, मृत्युंजय कुमार, विपुल कुमार, केशव कुमार सहित नौ नामजद व 1000 से अधिक अज्ञात को आरोपित बनाया गया है. इसमें नामजद नौ में से चार फायरिंग करने वाले हैं और पांच सैदपुर छात्रावास पूजा समिति के पदाधिकारी व सदस्य हैं. इस प्राथमिकी में हत्या के साथ ही प्रशासन द्वारा विसर्जन के लिए बनाये गये नियमों का उल्लंघन करने के तहत केस दर्ज किया गया है. इधर, पटना पुलिस ने धीरज के पिता संतोष कुमार का भी बयान दर्ज किया और पुलिस द्वारा दर्ज की गयी प्राथमिकी से अटैच कर दिया गया है. पिता ने सीधे हत्या किये जाने का बयान दिया है. मसलन एक्सीडेंटल गोली चलने की उन्होंने जानकारी नहीं दी है. पुलिस द्वारा गांधी मैदान थानाध्यक्ष अरुण कुमार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
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गुलबी घाट पर हुआ अंतिम संस्कार
धीरज के पिता संतोष कुमार व अन्य परिजन शुक्रवार की देर रात ही पटना पहुंच गये थे. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद सौंप दिया और परिजनों ने पटना के गुलबी घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया.
पकड़ने के लिए हो रही छापेमारी
एसएसपी डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा कि गांधी मैदान थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गयी है. जिसमें नाला रोड से लेकर कारगिल चौक तक जितनी भी घटनाएं हुई है, उसका जिक्र है. चार युवक लगातार पिस्टल बदल-बदल कर फायरिंग कर रहे थे. सभी की पहचान कर ली गयी है और उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. साथ ही वैसे लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है, जिन्होंने विसर्जन जुलूस के नियमों का उल्लंघन किया है.