बिहार में बारिश ने दुर्गा पूजा और दशहरा मेले उत्सव में खलल डाल दिया है. सोमवार रात और मंगलवार सुबह से कई जिलों में बारिश हो रही है. इसी कारण कई दुर्गा पूजा पंडाल और उसके पास के इलाकों में पानी भर गया. बारिश की वजह से सड़कों पर हुए जलजमाव के कारण लोग अपने घरों में कैद हो गए. हालांकि कुछ श्रद्धालु भारी बारिश में भी मेले का लुत्फ उठाते देखे गए.
बारिश के वजह से हुए जल जमाव के कारण पूजा पंडालों और मंदिरों के आसपास मिठाई आदि के दुकानदारों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. कई जगह जागरण का कार्यक्रम तय था, लेकिन उस पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं. लोग मौसम के सुधरने और बारिश थमने का इंतजार कर रहे हैं. बारिश रुकने के बाद लोग दुर्गा पूजा और दशहरा मेला का लुत्फ उठाने के लिए अपने घरों से बाहर निकलेंगे.
मौसम विभाग ने दशहरा के दिन राजधानी समेत प्रदेश के 17 जिलों में मेघ गर्जन के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना जताई. जबकि प्रदेश के दो जिलों के पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज जिले भारी वर्षा की चेतावनी है. वहीं, मौसम विज्ञान की मानें तो पांच अक्टूबर तक प्रदेश के अधिसंख्य जिलों में अच्छी वर्षा होने के आसार है. इस दौरान 10-12 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने के आसार है.
सोमवार को भी दोपहर में हुई बारिश के बाद पटना के डाकबंगला चौराहे के पास बनाए गए पूजा पंडाल का स्वागत द्वार भरभरा कर गिर गया था. द्वार गिरने के फौरन बाद मार्ग को बंद कर दिया गया था. स्वागत द्वार गिरने के बाद पूजा-पंडाल के कारीगर गेट को दुरुस्त करने में जुट गए थे बारिश के बीच गेट को ठीक करने में कारीगर काफी परेशान रहे. इसके बाद शहर के सभी पंडालों की जांच भी की गई थी.