राजस्थान में कैबिनेट विस्तार से पहले राजनीतिक नियुक्ति की सुगबुगाहट तेज हो गई है. बताया जा रहा है कि करीब डेढ़ दर्जन निगम-बोर्ड के चैयरमेन के पदों पर नियुक्ति की जा सकती है. इसके लिए मुख्यमंत्री से लेकर आलाकमान तक सक्रिय हो गए हैं. हालांकि नियुक्ति की अंतिम फैसला कांग्रेस हाईकमान ही करेगा.
सियासी गलियारों में चल रही चर्चा की माने तो राजस्थान में निगम बोर्ड में खाली पड़े पदों को भरने की सुगबुगाहट तेज हो गई है. बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार से पहले राजस्थान में राजनीतिक नियुक्ति होनी है. इन नियुक्तियों में हारे हुए दिग्गज नेताओं को तरजीह मिल सकती है.
डूडी और गिरजा व्यास का नाम आगे– कांग्रेस सूत्रों की माने तो राजनीतिक नियुक्ति में जिन नेताओं का नाम सबसे आगे चल रहा है, उसमें पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी, गिरिजा व्यास और धीरज गुर्जर का है. हालांकि अभी इन सब नामों का कयास ही लगाया जा रहा है. बता दें कि राजस्थान में पिछले ढाई साल से राजनीतिक नियुक्ति अटकी हुई है.
राजस्थान में कैबिनेट विस्तार पर फंसा है पेंच- बताते चलें कि राजस्थान में कैबिनेट विस्तार पर पेंच फंसा हुआ है. अशोक गहलोत और सचिन पायलट गुट के बीच मंत्रियों के नाम को लेकर खींचातानी है. पिछले दिनों सीएम अशोक गहलोत और कांग्रेस प्रभारी अजय माकन के बीच बंद कमरे में घंटों तक बातचीत हुई थी. लेकिन बताया जा रहा है कि अशोक गहलोत कैबिनेट में सचिन पायलट गुट के नेताओं को शामिल नहीं करना चाहते हैं.
Posted By: Avinish Kumar Mishra