बिहार सरकार का राजस्व व भूमि सुधार विभाग अब सूबे में तैनात अपने विभाग के सुस्त कर्मियों पर कार्रवाई करने में जुट गया है. कामकाज के मूल्यांकन में पिछड़े कर्मियों की अब परेशानियां बढ़ने वाली है. ऐसे कर्मियों की सूची भी हर जिले में तैयार की जा रही है. इनमें उन कर्मियों को शामिल किया गया है जिनका स्थानांतरण-पदस्थापना जिला स्तर पर होता है. जिनका कामकाज अब लचर पाया जायेगा उन्हें जिला व अनुमंडल मुख्यालय के अंचलों से हटा दिया जायेगा.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बिहार का राजस्व और भूमि सुधार विभाग के अपर सचिव ने सूबे के सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखा है. पत्र में वैसे कर्मियों की सूची जिले से मांगी गई है जो मासिक मूल्यांकन में 25 फीसद से भी कम अंक हासिल किए हुए हैं. इनमें राजस्व कर्मचारी, डाटा एंट्री ऑपरेटर और अमीन शामिल हैं जिनका स्थानांतरण-पदस्थापना जिला स्तर पर होता है.
बता दें कि राजस्व विभाग अपने कर्मियों के काम का हर महीने मूल्यांकन करता है. हर महीने उन्हें 100 अंक के अंदर कामकाज के आधार पर प्वाइंट मिलते हैं. यह अलग-अलग कामों के आधार पर मिलता है.मुख्य सचिव ने अपने पत्र में यह निर्देश दिया है कि जिन कर्मियों के अंक 25 प्रतिशत से कम हैं, जिला एवं अनुमंडल मुख्यालय स्थित अंचलों में उनकी पोस्टिंग नहीं की जाये.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अपर सचिव ने अपने पत्र में लिखा है कि अगर ऐसे कर्मी पहले से जिला एवं अनुमंडल मुख्यालय स्थित अंचलों में तैनात हैं तो उन्हें जून में किसी अन्य अंचल में भेज दिया जाये. यह इसलिए किया जा रहा है ताकि उन्हें अपनी कमी का एहसास हो और वो अपने काम में सुधार ला सकें. वहीं ऐसे कर्मियों की भी सूची भेजने को कहा गया है जो कम काम करते हैं.
Posted By: Thakur Shaktilochan