Bihar News : राजगीर जू सफारी चालू, सीएम बोले- अब साइक्लोपियन वॉल को विश्व धरोहर में कराना है शामिल
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां पर जब नेचर सफारी बनाने की बात हुई, तो हमने प्रधानमंत्री से इस संबंध में बात की थी. हमने कहा कि नेचर सफारी में शेर सफारी बन रहा है. बाहर से छह शेर लाये गये हैं.
पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को राजगीर में जू सफारी का उद्घाटन किया. मौके पर उन्होंने कहा कि अब राजगीर के साइक्लोपियन वॉल को विश्व धरोहर में शामिल कराना है. इस संबंध में केंद्र सरकार से भी आग्रह किया गया है. पंच पहाड़ियों की चारों ओर देश का सबसे पुराना साइक्लोपियन वॉल है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां पर जब नेचर सफारी बनाने की बात हुई, तो हमने प्रधानमंत्री से इस संबंध में बात की थी. हमने कहा कि नेचर सफारी में शेर सफारी बन रहा है. बाहर से छह शेर लाये गये हैं. प्रधानमंत्री की बड़ी कृपा है. मैं उनका सम्मान करता हूं और उन्हें धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मेरी बातों को सुना. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2016 में जू सफारी का शिलान्यास किया गया था. नेचर सफारी के बाद जू सफारी भी अब आम लोगों के लिए उपलब्ध हो गया है.
पहले से विश्वशांति स्तूप, रोपवे, घोड़ाकटोरा, पांडू पोखर, सोन भंडार, वेणुवन सभी नयी पीढ़ी के लोगों को आकर्षित करेगा. पंच पहाड़ियों का संरक्षण, पौधरोपण का काम किये जाने से राजगीर की वादियां अब और सुंदर व आकर्षक हो गयी है. इसे यहां टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा. कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने राजगीर जू सफारी के एंट्री पॉइंट से नेचर सफारी तक आवागमन के लिए प्रस्तावित रास्ते का स्थल निरीक्षण कर नेचर सफारी तक जाने वाले प्रस्तावित रास्ते की दोनों तरफ बाउंड्री वाॅल बनाने का निर्देश दिया. जू सफारी का निर्माण करीब 480 एकड़ इलाके में करीब 176 करोड़ की लागत से हुआ है.
गया के बाद नालंदा में सबसे ज्यादा पर्यटक
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन स्थलों की सुविधा बढ़ाये जाने से यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में और बढ़ावा होगा. गया के बाद नालंदा में सबसे अधिक पर्यटक आते हैं. अब नालंदा में सालाना करीब दो करोड़ पर्यटक आ रहे हैं. कोरोना संक्रमण का दौर खत्म हो गया है और सब कुछ नॉर्मल हो गया है, अब और ज्यादा टूरिस्ट यहां आयेंगे.
नेचर सफारी के लिए मुख्य मार्ग से बनेगा इंट्री प्वांइट
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी नेचर सफारी जाने के लिए सोन भंडार के पास से रास्ता जाता है. प्रयास यह किया जा रहा है कि राजगीर-गया मुख्य मार्ग से ही नेेचर सफारी का इंट्री प्वाइंट हो. इसके लिए जू सफारी के किनारे से नेचर सफारी तक अलग रास्ता बनेगा, जो वाकुडी, वॉल से घिरा व सुरक्षित होगा. मुख्यमंत्री ने उस रास्ते का भी अवलोकन किया.
किया सम्मानित
मुख्यमंत्री ने राजगीर जू सफारी को विकसित करने में उत्कृष्ट योगदान देने वाले क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक पटना गोपाल सिंह, राजगीर जू सफारी के निदेशक हेमंत पाटील, उपनिदेशक अंबिका शरण सिन्हा, वन्य जीव विशेषज्ञ डॉ डीएन सिंह, पशु चिकित्सा पदाधिकारी दिलीप कुमार बैठा सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी एवं वनरक्षियों को प्रशस्ति पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया.
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री सह नालंदा जिले के प्रभारी मंत्री विजय कुमार चौधरी, मंत्री वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार सिंह, सांसद कौशलेंद्र कुमार, विधायक कौशल किशोर व प्रेम कुमार (मुखिया), पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव सह प्रभारी सचिव नालंदा अनुपम कुमार, आयुक्त कुमार रवि, आइजी राकेश राठी, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल सिंह, डीएम शशांक शुभंकर, एसपी अशोक मिश्रा उपस्थित थे.