राज्य में साढ़े सात हजार योजनाओं में 15 लाख मजदूरों को मिला काम

राज्य में लॉकडाउन के दौरान करीब साढ़े सात हजार से अधिक सरकारी योजनाओं पर काम शुरू हुआ है. इसमें करीब 15 लाख मजदूर काम कर रहे हैं. इनमें मनरेगा के करीब 11 लाख मजदूर शामिल हैं. मुख्य रूप से राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल- जीवन-हरियाली में अधिकतर काम मजदूरों को मिला है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 21, 2020 5:56 AM

पटना : राज्य में लॉकडाउन के दौरान करीब साढ़े सात हजार से अधिक सरकारी योजनाओं पर काम शुरू हुआ है. इसमें करीब 15 लाख मजदूर काम कर रहे हैं. इनमें मनरेगा के करीब 11 लाख मजदूर शामिल हैं. मुख्य रूप से राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल- जीवन-हरियाली में अधिकतर काम मजदूरों को मिला है. सूत्रों का कहना है कि जल संसाधन विभाग की बाढ़ पूर्व तैयारी और सिंचाई की 497 परियोजनाओं में करीब तीन लाख 35 हजार मजदूरों को काम मिला है.

वहीं भवन निर्माण की करीब 225 योजनाओं में करीब साढ़े सात हजार मजदूरों को काम मिला है. इसी तरह लघु जल संसाधन विभाग की योजनाओं में करीब 10 हजार, सड़क परियोजनाओं में करीब 10 हजार मजदूरों को रोजगार दिया गया है. मनरेगा के तहत फिलहाल दो करोड़ से अधिक मानव दिवस का कार्य सृजित हो चुका है. इस साल 18 करोड़ मानव दिवस का कार्य सृजित करने का लक्ष्य है. राज्य सरकार ने इसे बढ़ाकर 24 करोड़ मानव दिवस करने का केंद्र सरकार से अनुरोध किया है. क्या कहते हैं अधिकारीग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने कहा कि मजदूरों को रोजगार दिलाने में सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं है. बिहार लौटने वाले प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा.

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