किसान महापंचायत में गरजे राकेश टिकैत, कहा- मांग नहीं मानी तो पटना में होगा 8 दिनों का आंदोलन
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि धरना सड़क पर क्यों हो रहा है. समाहरणालय कितना सुंदर बना हुआ है. आगे से किसानों की बैठक समाहरणालय में ही होगी. उन्होंने कहा कि किसानों को अब अपना धान सड़क पर नहीं बेचना होगा.
कैमूर में दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत द्वारा समाहरणालय पर आयोजित महाधरना में शामिल किसानों को संबोधित करते कहा कि यह आंदोलनकारियों की धरती है. इसे केवल आंदोलन को दिशा देना है. अगर सामने वाला लड़ाई लड़ने वाला हो, तो लड़ाई का मजा आता है. यह मीटिंग अब सड़क पर नहीं कलेक्ट्रेट के अंदर होगी. इसके लिए जरूरत पड़ी तो बैरिकेडिंग भी टूटेगा.
कलेक्ट्रेट के अंदर होगी किसानों की सभा
किसान नेता ने कहा कि मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि धरना सड़क पर क्यों हो रहा है. समाहरणालय कितना सुंदर बना हुआ है. आगे से किसानों की बैठक समाहरणालय में ही होगी. उन्होंने कहा कि किसानों को अब अपना धान सड़क पर नहीं बेचना होगा. किसान अपने धान को मंडी में बेचेंगे, यह प्रधानमंत्री का कहना है. प्रधानमंत्री का कहना है कि किसान अपना धान को कहीं बेच सकते हैं, तो किसान या तो अपनी धान मंडी में बेचेंगे, नहीं तो ट्रैक्टर पर लोड कर कलेक्ट्रेट के अंदर बेचेंगे.
धान खरीद के लिए मंडी बनायें नीतीश कुमार
सभा को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि यूपी में किसानों की धान की खरीदारी नहीं की जा रही थी, तो हमने किसानों से अपील की, तो इसके बाद किसान अपने धान को ट्रैक्टर पर लेकर बाराबंकी के कलेक्ट्रेट के अंदर पहुंचे, तो कलेक्ट्रेट के अंदर ही किसानों की धान खरीदारी के लिए क्रय केंद्र खुल गया है. इसलिए किसान या तो अपनी धान को मंडी में बेचेंगे. नहीं तो कलेक्ट्रेट के अंदर एसडीएम कार्यालय के पास बेचेंगे. जिस दिन किसान अपनी फसल कलेक्ट्रेट के अंदर बेचना शुरू करेंगे, तो आंदोलन की शुरुआत होगी. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार किसानों की हितैषी हैं, तो किसानों से धान खरीदारी के लिए मंडी बना दें. अगर सरकार मंडी नहीं बनाती है, तो अक्तूबर महीने से पटना के गांधी मैदान में आठ दिनों का आंदोलन होगा. इसमें किसान ट्रैक्टर के साथ पहुंचेंगे. अगर आंदोलन के बाद भी सरकार हमारी बातें नहीं मानती हैं, तो पटना का घेराव किया जायेगा.
मंडी बनाने के लिए शुरू होगा आंदोलन
राकेश टिकैत ने कहा कि प्रत्येक महीने मैं बिहार आऊंगा व प्रत्येक जिला में भ्रमण कर किसानों के साथ बैठक करूंगा. साथ ही किसानों की धान खरीदारी के लिए मंडी बनाने के लिए आंदोलन का शुरुआत करूंगा. किसान नेता ने केंद्र सरकार को हमला बोलते हुए कहा कि सरकार बिहार को बर्बाद कर दिया है. अब देश को बर्बाद करना चाहती है. साथ ही उन्होंने कहा कि आदिवासियों के बारे में भी चर्चाएं हुई हैं. आदिवासियों की भी जो फसल है. उसे खरीदने व बेचने के लिए मंडी होनी चाहिए. ट्रैक्टर को कॉमर्शियल का परमिट परिवहन विभाग द्वारा दिया जा रहा है व जुर्माना वसूल किया जा रहा है. ट्रैक्टर कॉमर्शियल नहीं बनेगा व जुर्माना काटने वाले से जुर्माना वसूल किया जायेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि केसीसी के नाम पर किसानों की धान हड़पना चाहती है. किसानों को अपनी जमीन बचाने और मुआवजे के लिए बड़े पैमाने पर आंदोलन करना होगा. किसान को अपनी जमीन बचाने के लिए लड़ाई लड़नी होगी, तभी किसानों को जमीन की उचित मुआवजा मिलेगा.
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सैकड़ों ट्रैक्टर के साथ किसान शामिल हुए धरना में
समाहरणालय पर आयोजित किसान महापंचायत धरना में किसान नेता राकेश टिकैत के साथ सैकड़ों की संख्या में किसान धरना में शामिल होने के लिए अपने ट्रैक्टर पर सवार होकर पहुंचे थे. वहीं, रामगढ़ से धरना में शामिल होने आ रहे किसान नेता को रामगढ़ से भभुआ तक रास्ते पर किसानों द्वारा जगह-जगह रोक कर स्वागत किया गया है. साथ ही ट्रैक्टर पर सवार होकर चल रहे किसान नेता के साथ किसान भी अपने ट्रैक्टर लेकर धरना स्थल तक पहुंचे.