भाई-बहन का सबसे पवित्र त्योहार रक्षाबंधन इस बार भद्रा को लेकर 11 व 12 अगस्त दोनों दिन मनाया जा रहा है. अधिकतर लोगों द्वारा रक्षाबंधन का त्योहार 12 अगस्त को मनाया जायेगा. इस त्योहार में राखियों के साथ-साथ मिठाई की भी मांग काफी बढ़ जाती है. बहनें अपने भाइयों की कलाइयों पर राखी बांध कर व मिठाई खिला कर रक्षाबंधन को हर्षोल्लास के साथ मनाती हैं.
इस त्योहार को लेकर गुरुवार को काफी बहनों ने पसंदीदा राखियों व मिठाइयों की खरीदारी की. लेकिन, इस बार मिठाइयों पर भी महंगाई का काफी असर पड़ा है. इसके कारण मिठाइयों की मिठास काफी कम हो गयी. भाई-बहन के इस पवित्र त्योहार को लेकर अधिकतर बहनों ने धामीटोला, केपी रोड, चौक व शहर के
अन्य मुहल्लों में लगी दुकानों से अपने पसंद की राखियों की जमकर खरीदारी की. राखियों की खरीदारी को लेकर इन बाजारों में दोपहर बाद से बहनों व अन्य लोगों की महती भीड़ पहुंचने से पूरे दिन चहल-पहल बनी रही. अधिकतर बहनों ने स्टोन, सलमा, सितारा, व मोतियों से सुसज्जित जड़ित राखियों की खरीदारी की. वहीं, घरों के नजदीक स्थित मिठाई की दुकानों से बहनों ने मिठाइयों की भी खरीदारी की है. लेकिन, इस बार महंगाई के कारण काफी बहनों ने जरूरत से भी कम मिठाइयों की खरीदारी की.
खाद्य पदार्थों व ईंधन से जुड़े सामान के दाम व जीएसटी बढ़ने से मिठाइयों के दाम पर भी काफी असर पड़ा है. इसके कारण केवल छह महीने में मिठाइयों के दाम में 40 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है. इस कारोबार से जुड़े कारोबारी विक्की कुमार ने बताया कि रक्षाबंधन त्योहार पर हर वर्ष मुहल्ला स्तर पर मिठाइयों का कारोबार होता है. इस बार अधिकतर ग्राहकों ने पिछले बार की रक्षाबंधन की तुलना में काफी कम मिठाइयों की खरीदारी की है.
विक्की कुमार ने बताया कि रक्षाबंधन को लेकर इस बार बाजार में खोवा की मिठाई 200 से 340 रुपये प्रति किलो, छेना की मिठाई 240 से 400 रुपये प्रति किलो, काजू बर्फी 740 रुपये प्रति किलो, केसर काजू बर्फी 1000 रुपये प्रति किलो, बेसन लड्डू 160 रुपये प्रति किलो, मुखदल 200 रुपये प्रति किलो, लाई 340 रुपये प्रति किलो, गोंद लड्डू 420 रुपये प्रति किलो की दर से खुदरा बाजार में बिक रहे हैं.