चिराग और पारस दोनों में किसी के मंच पर नजर नहीं आये कोई सांसद, जानिए क्या है वजह
लोजपा के दो गुटों में बंटने के बाद राम विलास पासवान की जयंती के बहाने चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति पारस दोनों अपनी ताकत दिखाने में लगे हैं. लेकिन, पार्टी के छह सांसदों में से एक भी सांसद दिवंगत नेता की जयंती के मौके पर किसी भी गुट के मंच पर नहीं दिखाई देंगे.
पटना. लोजपा के दो गुटों में बंटने के बाद राम विलास पासवान की जयंती के बहाने चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति पारस दोनों अपनी ताकत दिखाने में लगे हैं. लेकिन, पार्टी के छह सांसदों में से एक भी सांसद दिवंगत नेता की जयंती के मौके पर किसी भी गुट के मंच पर नहीं दिखाई देंगे. लोजपा में हुई टूट के बाद से इस सांसद को किसी गुट के मंच पर नहीं देखा गया है. पारस गुट की ओर से इसको लेकर सफाई दी जा रही है. लेकिन, इसके कई राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं.
लोजपा (पारस गुट) के प्रवक्ता ने इसपर अपनी सफाई देते हुए कहा कि जयंती समारोह में कोविड-10 प्रोटोकाल का ध्यान रखते हुए कोई भाषण नहीं होना है. शारीरिक दूरी का पालन करना अनिवार्य है. इसी कारण से पार्टी के सांसद नहीं आयेंगे. जो कार्यकर्ता आयेंगे वे लोग कतार में आएंगे और राम विलास जी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धाजंलि देकर मुख्य द्वार से बाहर निकलते जाएंगे, जहां पर उनके लिए फूड पैकेट और पानी के बोतल का दिया जाएगा.
प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल के अनुसार रामविलास पासवान के पैतृक गांव खगडिय़ा जिला के शहरबन्नी में भी जयंती समारोह का बड़ा आयोजन किया गया है. वहां पर सांसद चौधरी महबूब अली कैसर, बीणा देवी, चन्दन सिंह सांसद समेत अन्य पूर्व सांसद एवं पूर्व विधायक समेत सभी पदाधिकारी को वहां मौजूद रहना है. जबकि तबीयत खराब रहने की वजह से सांसद प्रिंस राज कार्यक्रम में नहीं आ पाएंगे.