सड़क के टेंडर को ले हुई थी रामजी राय की हत्या
दानापुर थाने के सगुना मोड़ के पास 16 अगस्त को कुख्यात रामजी राय की हत्या सीतामढ़ी के मेजरगंज में सड़क निर्माण के लिए हुए टेंडर को लेकर हुई थी.
संवाददाता, पटना
दानापुर थाने के सगुना मोड़ के पास 16 अगस्त को कुख्यात रामजी राय की हत्या सीतामढ़ी के मेजरगंज में सड़क निर्माण के लिए हुए टेंडर को लेकर हुई थी. साथ ही रामजी राय से विकास झा उर्फ कालिया गैंग की एक जमीन को लेकर भी अदावत चल रही थी.
रामजी राय हर मोर्चे पर विकास झा के वर्चस्व को तोड़ने की कोशिश में लगा था. इसी के कारण तिहाड़ जेल में बंद विकास झा ने रामजी राय की हत्या करा दी. उसने रामजी राय को अपने गुर्गों से यह मैसेज भिजवाया था कि वह उस टेंडर से अलग हो जाये.
लेकिन, रामजी राय ने उसकी बातों को नजरअंदाज कर दिया. इसके बाद ही रामजी के पटना आने की जानकारी उसके विरोधियों को हुई और फिर 16 अगस्त को उसकी गोली मार कर हत्या कर दी गयी. इस मामले में अनुसंधान की सूई विकास झा के ही इर्द-गिर्द घूम रही है.
उसे पटना पुलिस रिमांड पर ले सकती है. इसके लिए एसआइटी जल्द ही दिल्ली जायेगी. मामला रामजी राय के पिता राम नरेश राय के बयान पर दानापुर थाने में दर्ज किया गया है.
पत्र भेजने वाला राज झा भी जा चुका है जेल : रामजी राय की हत्या के बाद एक पत्र वायरल किया गया था. इसमें पत्र भेजने वाले ने अपना नाम राज झा लिखा था. राज झा भी अपराधी है और विकास झा गैंग का है. वह जेल जा चुका है.
सूत्रों का कहना है कि राज झा रामजी राय की हत्या की सेटिंग करने के लिए विकास झा से मिलने तिहाड़ जेल भी गया था और वहां से हरी झंडी मिलने के बाद घटना को अंजाम दे दिया गया. सिटी एसपी पश्चिमी अभिनव धीमान का भी कहना है कि इस कांड में विकास झा की संलिप्तता सामने आयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है